साल्वर गिरोह के सरगना की तलाश नहीं है इतनी आसान, पटना में खाक छान रही यूपी की पुलिस
Solver Gang in NEET साल्वर गिरोह के सरगना की तलाश में पटना पहुंची टीम दीघा और पाटलिपुत्र में छापेमारी उत्तर प्रदेश की पुलिस की अपराध शाखा की टीम पटना में मार रही छापे दोनों स्थानों पर पीके का नहीं मिला सुराग पुलिस खाली हाथ
पटना, जागरण संवाददाता। नीट परीक्षा में फर्जीवाड़ा के पर्दाफाश के बाद साल्वर गिरोह के सरगना पीके उर्फ नीलेश सिंह की तलाश में पटना पहुंची पुलिस ने रविवार को दीघा और पाटलिपुत्र इलाके में छापेमारी की। पुलिस को इन दोनों स्थानों पर पीके के ठिकाने की जानकारी मिली थी। हालांकि, आरोपित वहां नहीं मिला। नीट परीक्षा में फर्जीवाड़ा मामले में साल्वर गिरोह के सरगना पीके सहित बिहार के उसके पांच सहयोगियों का भी पता चला है। इसकी जानकारी पर यूपी पुलिस पटना सहित अन्य स्थानों पर दबिश दे रही है। गिरोह की तलाश में वाराणसी पुलिस क्राइम ब्रांच के एक एएसपी सहित चार अधिकारियों की टीम पटना में कैंप कर रही है। शनिवार को दीघा और मुसल्लहपुर में छापेमारी की थी, लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, साल्वर गिरोह के सरगना पीके उर्फ नीलेश सिंह ने राजस्थान, दिल्ली और बेंगलुरू में अपना मुख्य ठिकाना बना रखा है। वह कभी कभार पटना आता है। उसने खुद के प्रयोग के लिए तीन लग्जरी कार रख रखी है। उसके देश भर के कई जूनियर डाक्टरों से संपर्क हैं। वह मोटी रकम देकर डाक्टरों को अन्य उम्मीदवार के नाम पर प्रतियोगी परीक्षा में बिठाता है। यह बात भी सामने आई है कि पीके पकड़े जाने के डर से सीधे फोन नंबर से बात ना कर अपने संपर्कों से वाट्सएप काल अथवा टेलीग्राम से बात करता है।
पहली बार पुलिस को पीके की मिली तस्वीर
पीके ने पाटलिपुत्र इलाके में चार मंजिला मकान बना रखा है। वहीं, अपना नर्सिंग होम होने का दावा भी करता है, लेकिन नर्सिंग होम कहां है यह पता नहीं है। पुलिस की एक टीम आरोपित के छपरा जिले के सेंधवा गांव गई तो पता लगा कि वहां उसने अपने जानकारों को कारोबारी होने की बात बता रखी है। पुलिस के हाथ पहली बार पीके की तस्वीर लगी है। इससे पुलिस को उसकी गिरफ्तारी में मदद मिलेगी। मालूम हो कि यूपी पुलिस ने गत दिनों नीट साल्वर गिरोह की सदस्य व बिहार निवासी जूली और उसकी मां को गिरफ्तार किया था। वहीं, अब इस इस मामले में कुछ छह आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है।