बिहारः लूट के दौरान हेल्थ मैनेजर की एक बात से अपराधी का पिघला दिल, दे दी बाइक की चाबी

नालंदा में दो बाइक पर सवार पांच नकाबपोश बदमाशों ने पिस्तौल के बल पर हेल्थ मैनेजर से 10 हजार नकद सोने की अंगूठी मोबाइल के अलावा जरूरी दस्तावेज लूट लिए। बाइक छीनने के दौरान जब हेल्थ मैनेजर ने मरीज की जान का हवाला दिया तो बदमाशों का दिल पिघल गया।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 01:46 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 01:46 PM (IST)
बिहारः लूट के दौरान हेल्थ मैनेजर की एक बात से अपराधी का पिघला दिल, दे दी बाइक की चाबी
गिरियक में पदस्थापित प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक कृष्ण मुरारी कुमार।

जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ: कभी-कभी अपराधी भी दरियादिली दिखाते हैं। नालंदा में हुई एक वारदात ऐसा ही संकेत दे रही है। पावापुरी ओपी के किचिनिया पुल के पास शुक्रवार की रात करीब 10.45 बजे दो बाइक पर सवार पांच नकाबपोश बदमाशों ने पिस्तौल के बल पर गिरियक में पदस्थापित प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक कृष्ण मुरारी कुमार से 10 हजार नकद, सोने की अंगूठी, मोबाइल के अलावा जरूरी दस्तावेज लूट लिए। बाइक छीनने के दौरान जब हेल्थ मैनेजर ने मरीज की जान का हवाला दिया तो बदमाशों का दिल पिघल गया। चाबी लौटाई और बोले भाग जाओ जल्दी से। कृष्ण मुरारी ने इस बाबत पावापुरी ओपी में लिखित आवेदन देकर अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।

पांच की संख्या में थे बदमाश

आवेदन में कृष्ण मुरारी ने उल्लेख किया है कि वे बिहारशरीफ शिवपुरी मोहल्लॆ से बाइक से पावापुरी स्थित विम्स विभागीय काम से जा रहे थे। इसी बीच घात लगाए दो बाइक पर पांच की संख्या में रहे बदमाशों ने बाइक को ओवरटेक कर रोक दिया और गाली-गलौज करते हुए पिस्तौल कनपट्टी पर सटा दी। इसके बाद पॉकेट में रखे दस हजार रुपये, मोबाइल, सोने की अंगूठी के अलावा कई सामान लूट लिए। उन्होंने बताया कि सभी बदमाश अपने चेहरे पर नकाब लगाए थे और दोनों बाइक में नम्बर नहीं था। लुटेरों की उम्र 18 से 22 वर्ष थी। 

मरीज का हवाला देने पर लौटा दी बाइक की चाबी

भुक्तभोगी स्वास्थ्य प्रबंधक कृष्णमुरारी ने बताया कि बदमाश बाइक भी लूटना चाह रहे थे लेकिन यह कहने पर कि मरीज की तबीयत बहुत खराब है, यदि समय से नहीं पहुंचा तो उसकी जान जा सकती है। यह सुनकर बदमाशों की संवेदना जागी और बाइक की चाबी लौटा दी और चुपचाप जाने को कहा। बीएचएम ने कहा कि लूट के दौरान बदमाश जान मारने की धमकी भी दे रहे थे लेकिन लूटपाट के बाद छोड़ दिया। बाद में पावापुरी ओपी पहुंच कर थाने में लिखित आवेदन दिया।

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