Bihar Coronavirus Update: पटना में NMCH में अब केवल कोरोना मरीजों का इलाज, 500 बेड की मिलेगी सुविधा
Bihar Coronavirus Update News एनएमसीएच आज से होगा 500 बेड का कोविड अस्पताल कई विभाग के डॉक्टरों को मिलाकर बनाई गई सात यूनिट रजिस्ट्रेशन कराकर दवा वितरण केंद्र के समीप से मरीज भर्ती कराएं बिहटा के ईएसआइसी अस्पताल में भी बेड खाली
पटना सिटी, जागरण संवाददाता। Bihar Coronavirus Update News: नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (Nalanda Medical College and Hospital, Patna) मंगलवार की सुबह सात बजे से पूरी तरह से कोविड अस्पताल हो जाएगा। यहां कोविड मरीजों के लिए बेड के संख्या 160 से बढ़कर 500 हो गई है। यह जानकारी सोमवार को अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि बढ़े हुए बेड पर सुबह से ही मरीजों की भर्ती शुरू हो जाएगी। सेंट्रल रजिस्ट्रेशन काउंटर से रजिस्ट्रेशन कराने के बाद दवा वितरण काउंटर के समीप आकर मरीज को वार्ड में लोग भर्ती करा सकेंगे। इसके अलावा कोरोना मरीजों के लिए एक महत्वपूर्ण जानकारी यह भी है कि बिहटा के ईएसआइसी अस्पताल में बेड खाली हैं। पीएमसीएच, आइजीआइएमएस और पटना एम्स में कोविड वार्ड के बेड लगभग भरे हुए हैं।
सात विभागाध्यक्ष के नेतृत्व में सात यूनिट करेगी काम
अधीक्षक ने बताया कि कोविड मरीजों के इलाज के लिए तीनों शिफ्ट में डॉक्टरों, नर्स व वार्ड ब्वॉय की तैनाती कर दी गई है। सभी विभाग के डॉक्टरों की रोस्टर में ड्यूटी लगाई है। सात विभागाध्यक्ष के नेतृत्व में सात यूनिट बनाया गया है। मेडिसिन विभाग, सर्जरी विभाग, कान-नाक-गला विभाग, हड्डी रोग विभाग, स्त्री एवं प्रसूति विभाग, शिशु रोग विभाग में कोविड मरीजों को भर्ती किया जाएगा। वहीं अस्पताल के बाहर स्थित मदर एंड चाइल्ड कोविड अस्पताल के 106 बेड पर भी भर्ती मरीजों का इलाज जारी है।
34 बेड की आइसीयू तैयार
एनएमसीएच में कोविड मरीजों के लिए 34 बेड की आइसीयू तैयार किया गया है। उपाधीक्षक डॉ. सरोज कुमार ने बताया कि सर्जिकल आइसीयू में 20 बेड, मेडिकल आइसीयू में 8 बेड और मदर एण्ड चाइल्ड अस्पताल में 6 आइसीयू बेड है। इन सभी पर वेंटिलेटर व अन्य आवश्यक चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध है।
नवजात व बच्चों के लिए 84 बेड
नवजात के लिए गहन चिकित्सा इकाई में 24 बेड उपलब्ध है। पांच बेड का आइसीयू है। 55 सामान्य बेड बच्चा मरीजों के लिए आरक्षित है। एनएमसीएच को कोविड अस्पताल बनाने को लेकर सोमवार को पूरे दिन विभिन्न विभागों में भर्ती अन्य बीमारियों के मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। इस दौरान स्वजनों की परेशानी बढ़ी रही कि वो मरीज को लेकर कहां और किस अस्पताल में जाएं?
निजी अस्पतालों में भी बेड की कमी
निजी अस्पतालों में भी बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। वहीं कई स्वजन स्वयं मरीज को लेकर दूसरे अस्पताल चले गए। अधीक्षक ने बताया कि कई गंभीर मरीज को एंबुलेंस से दूसरे सरकारी अस्पताल में भेजा गया है। इमरजेंसी में कुछ मरीज अभी भर्ती हैं। इन्हें भी शिफ्ट किया जाएगा।