Bihar Coronavirus Update: बिहार को मिले रेमडेसिविर के 24604 वॉयल, ऑक्‍सीजन आपूर्ति बढ़ाने की कोशिश जारी

बिहार को कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए जरूरी दवा रेमेडेसिव‍िर इंजेक्‍शन का पर्याप्‍त स्‍टॉक मिला प्रधान सचिव बोले केंद्र से अतिरिक्त ऑक्सीजन की भी मांग दो सौ डॉक्टरों को दिया गया प्रशिक्षण जिलों को ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल भेजा गया --

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 11:40 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 11:40 AM (IST)
Bihar Coronavirus Update: बिहार को मिले रेमडेसिविर के 24604 वॉयल, ऑक्‍सीजन आपूर्ति बढ़ाने की कोशिश जारी
बिहार के कोरोना मरीजों के लिए राहत की खबर। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार में रेमडेसिविर की मांग को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस इंजेक्शन के 24606 अतिरिक्त वॉयल बिहार को दिए हैं। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने गुरुवार को दी। प्रत्यय अमृत ने बताया कि बिहार में रेमडेसिविर की मांग हाल के दिनों में काफी बढ़ी है। जिसे देखते हुए केंद्र सरकार से लगातार इस दवा की मांग की जा रही है। हाल ही में बिहार को लगातार रेमडेसिविर की डोज मिली है। अब केंद्र सरकार ने बिहार समेत 19 राज्यों को बड़ी खेप भेजी है। बिहार को कुल 25604 वॉयल मिले हैं। इनमें जायडस कैडिला से 14000, हेट्रो से 6500, माइलन से 1000, सिपला से 2000 और जुबिलेंट से 1000 वॉयल मिले हैं।

केंद्र से रोज तीन सौ मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग

स्वास्थ्य के प्रधान सचिव ने बताया कि राज्य में ऑक्सीजन का जो संकट उत्पन्न हुआ था वह करीब-करीब कम होने लगा है। बिहार में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार से अतिरिक्त ऑक्सीजन की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार से प्रति दिन तीन सौ मीट्रिक टन अतिरिक्त ऑक्सीजन मांगा गया है। उन्होंने कहा उम्मीद है केंद्र सरकार जल्द ही इस संबंध में फैसला लेगी। उन्होंने कहा कि क्रायोजेनिक ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की बड़ी चुनौती है इस पर भी स्वास्थ्य विभाग ने काम शुरू कर दिया है।

200 डॉक्टरों का प्रशिक्षण शुरू, ये जिले में डॉक्टरों को करेंगे प्रशिक्षित

प्रधान सचिव ने कहा कि राज्य में कोरोना के मामलों को देखते हुए कोरोना संक्रमितों के समुचित इलाज के लिए जिलों को ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल भेजा गया है। ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल में होम आइसोलेशन के लिए मेडिकल किट तैयार करना, पीएचसी से लेकर सभी स्वास्थ्य संस्थानों में कैसे इलाज किया जाए, इसकी विस्तृत जानकारी दी गई। जिलों में प्रोटोकॉल के नियमों के तहत काम हो इसके लिए 200 डॉक्टरों को गुरुवार को प्रशिक्षित किया गया है। ये मास्टर ट्रेनर हैं जो जिलों में जाकर डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करेंगे।

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