Bihar Coronavirus: बिहार के आरा में धरती के भगवान ने किया जो काम, जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान

डीएम ने जांच रिपोर्ट एवं सिटी स्कैन के साथ दोनों चिकित्सकों की जांच रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर समर्पित करने का आदेश सदर अंचलाधिकारी को जारी किया। अंचलाधिकारी की जांच रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आया उससे धरती के इस भगवान की भद पिट गई।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 08:16 AM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 08:16 AM (IST)
Bihar Coronavirus: बिहार के आरा में धरती के भगवान ने किया जो काम, जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान
आरा सदर अस्‍पताल के दो डॉक्‍टरों का फर्जीवाड़ा आया सामने। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

आरा, जागरण संवाददाता। Bihar Coronavirus News: बिहार के भोजपुर जिले में तू डाल- डाल तो मैं पात- पात वाली कहावत सदर अस्पताल के इमरजेंसी में तैनात दो चिकित्सकों पर चरितार्थ हुई है। ड्यूटी पर तैनात दोनों चिकित्सकों ने फर्जी कोरोनावायरस कार्य को बनाकर बिना सूचना के ड्यूटी से गायब हो गए थे। जांच में ड्यूटी से गायब होने के लिए बाद जब सिविल सर्जन ने स्पष्टीकरण पूछा तो पॉजिटिव होने का प्रमाण पत्र के साथ स्पष्टीकरण को समर्पित कर दिया गया परंतु जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा को यह बात नहीं पची।

डीएम ने दिया था जांच का आदेश

डीएम ने जांच रिपोर्ट एवं सिटी स्कैन के साथ दोनों चिकित्सकों की जांच रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर समर्पित करने का आदेश सदर अंचलाधिकारी को जारी किया। अंचलाधिकारी की जांच रिपोर्ट में जो तथ्य सामने आया, इससे स्वास्थ्य महकमे से लेकर जिला प्रशासन में इन दोनों चिकित्सकों के फर्जीवाड़े का पोल  तो खुला हीं धरती के इस भगवान की भद भी पिट गई।

फर्जी निकली कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट

फर्जी पॉजिटिव होने के रिपोर्ट की जानकारी के बाद जिलाधिकारी ने अविलंब दोनों डॉक्टरों को ड्यूटी पर हाजिर होने का आदेश जारी किया है। बता दें कि सदर अस्पताल के डॉ. राजीव सिंह एवं डॉ. अशोक कुमार पाण्डेय बिना सूचना के इमरजेंसी ड्यूटी से गायब हो गए थे। जब स्पष्टीकरण पूछा गया तो पॉजिटिव होने का रिपोर्ट साक्ष्य के साथ समर्पित कर दिया था और अवकाश पर चले गए थे।

जांच केंद्र ने रिपोर्ट देने से किया इन्‍कार

जिलाधिकारी ने प्राप्त जांच रिपोर्ट का सत्यापन अंचलाधिकारी आरा सदर से कराया तो सब सच सामने आ गया। अंचलाधिकारी ने प्रतिवेदित किया गया है कि आरा सिटी स्कैन एंड डायग्नोस्टिक सेंटर में जाकर जांच किया तो ज्ञात हुआ कि उपरोक्त चिकित्सकों के द्वारा जो जांच रिपोर्ट समर्पित किया गया है, वह वहां से निर्गत नहीं है। दोनों चिकित्सकों को तुरंत अपने कार्य पर उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। साथ ही स्पष्टीकरण की मांग की गयी है।

chat bot
आपका साथी