Bihar CoronaVirus: तीन महीने बाद आया वह दिन, जब कोरोनावायरस के कारण पटना में कोई नहीं मरा
पटना जिले में मंगलवार को 57 नए मामले दर्ज किए गए। वहीं तीन महीने के बाद मंगलवार को ऐसा मौका आया कि किसी मरीज की मौत नहीं हुई। राजधानी के विभिन्न अस्पतालों में अब भी 440 मरीजों का उपचार चल रहा है।
पटना, जागरण संवाददाता। Bihar CoronaVirus News: पूरे बिहार के साथ ही राजधानी पटना में भी दिनोंदिन कोरोना संक्रमित नए मामलों में कमी देखी जा रही है। पटना जिले में मंगलवार को 57 नए मामले दर्ज किए गए। वहीं, तीन महीने के बाद मंगलवार को ऐसा मौका आया कि राजधानी में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण से किसी मरीज की मौत नहीं हुई। राजधानी के विभिन्न अस्पतालों में अब भी 440 मरीजों का उपचार चल रहा है। इसमें इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस), अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), पीएमसीएच और एनएमसीएच में अब भी कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं।
भर्ती मरीजों में ज्यादातर ऑक्सीजन सपोर्ट पर
इन अस्पतालों में बीते 24 घंटे में कोई मौत नहीं हुई है। एम्स में 77 मरीज भर्ती हैं। इनमें अधिकांश मरीज आइसीयू व आक्सीजन पर है। पीएमसीएच में पांच मरीज भर्ती हैं। सभी मरीज आइसीयू में हैं। एनएमसीएच में 38 मरीज भर्ती हैं। इसमें एक वेंटिलेटर, सात मरीज आइसीयू में हैं, जबकि 28 मरीज आक्सीजन पर है। आइजीआइएमएस में 162 मरीज भर्ती हैं। इनमें 40 मरीज आइसीयू में, 10 मरीज बाइपैप पर हैं।
दूसरी लहर के पीक में एक दिन में मिले तीन हजार तक मरीज
पटना में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान राज्य में एक दिन में तीन हजार के आसपास तक नए मरीज मिलने लगे थे। यह स्थिति लगातार कई दिनों तक रही। पटना के कई हफ्ते तक एक हजार और दो हजार से अधिक मरीज मिलते रहे। इससे तुलना करें तो अब पटना में कोरोना संक्रमण का असर खास नहीं बचा है। हालांकि सतर्कता अभी भी जरूरी है, क्योंकि लापरवाही संक्रमण को तीसरी लहर में तब्दील होने का मौका दे सकती है।