CoronaVirus Bihar: दहशत के बीच बिहार के लिए हैं दो अच्छी खबरें, आपको भी मिलेगा सुकून, जानिए

CoronaVirus Bihar कोरोना से दहशत के बीच बिहार के लिए दो अच्छी खबरें हैं। बिहार में अब प्लाज्मा थेरेपी से इलाज शुरू हो गया है। आज से कोरोना के वैक्सीन का भी ट्रायल आज शुरू हो रहा।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 11:24 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 07:50 AM (IST)
CoronaVirus Bihar: दहशत के बीच बिहार के लिए हैं दो अच्छी खबरें, आपको भी मिलेगा सुकून, जानिए
CoronaVirus Bihar: दहशत के बीच बिहार के लिए हैं दो अच्छी खबरें, आपको भी मिलेगा सुकून, जानिए

पटना, जेएनएन। कोरोना वायरस से मची दहशत के बीच बिहार के लोगों के लिए दो राहत भरी खबरें  हैं। पहली तो ये कि एम्स पटना में कोरोना वैक्सीन का ट्रायल मंगलवार, यानि आज से शुरू हो रहा है। तो दूसरी ये कि पटना एम्स में कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज प्लाज्मा थेरेपी के जरिए शुरू हाे गया है। प्लाज्मा थेरेपी से पहली बार पटना के 36 साल के मरीज का इलाज किया गया है और थेरेपी के बाद मरीज की स्थिति पहले से बेहतर है। मरीज अभी आईसीयू में हैं। पर उम्मीद है जल्द ही आईसीयू से बाहर आ जाएगा। 

वहीं पटना एम्स में आज से कोरोना वैक्सीन का ट्रायल आज से शुरू हो रहा है और इसके लिए सभी जरूरी तैयारी पूरी कर ली गई है। हालांकि इसके लिए कितने मरीज और किस प्रकार के मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया है, फिलहाल एम्स प्रशासन इसका खुलासा नहीं किया है।

एम्स पटना के निदेशक डॉक्टर पीके सिंह ने कहा कि वैक्सीन का ट्रायल मंगलवार से शुरू होगा। इसके लिए अधीक्षक संग बैठक कर जरूरी तैयारी की गई है। हालांकि उन्होंने यह खुलासा नहीं किया कि कितने और किस प्रकार के मरीजों का चयन ट्रायल के लिए किया गया है।

पटना एम्स में प्लाज्मा थेरेपी शुरू 

पटना एम्स निदेशक डॉ. पीके सिंह ने कहा कि आईसीएमआर की गाइडलाइन के तहत अभी एक मरीज की प्लाज्मा थेरेपी की गई है। डॉक्टर नेहा ने बताया कि प्लाज्मा थेरेपी के लिए हर मरीज के लिए पहले आईसीएमआर से अनुमति लेनी पड़ती है। पटना एम्स में भर्ती कोरोना के कई अाैर गंभीर मरीजों को प्लाज्मा चढ़ाने के लिए आईसीएमआर से अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलते ही उन्हें भी प्लाज्मा चढ़ाया जाएगा। 

कोरोना से स्वस्थ हुए मरीजों से प्लाज्मा देने की अपील

एम्स की डॉक्टर नेहा ने बताया कि प्लाज्मा डोनेशन के लिए कोरोना से जंग जीत चुके लोग आगे आने लगे हैं। पर जरूरत के अनुसार प्लाज्मा डोनेशन काफी कम है। अभी तक सिर्फ छह लोगों ने प्लाज्मा डोनेट किया है। जितने अधिक लोग प्लाज्मा डोनेट करेंगे उतने ही अधिक कोरोना के गंभीर मरीजों की प्लाज्मा थेरेपी संभव हो पाएगी।

उन्होंने बताया कि जितने तरह के ग्रुप का प्लाज्मा मिलेगा उतने ही अधिक कोरोना मरीजों के इलाज में फायदा होगा। प्लाज्मा डोनेट करने के लिए इच्छुक होने पर घर से लाने और पहुंचाने की भी व्यवस्था है। डोनर को 500 रुपए भी दिए जाते हैं। इच्छुक कोरोना से ठीक हुए मरीज पटना एम्स के ब्लड बैंक से संपर्क कर सकते हैं।

chat bot
आपका साथी