Bihar CoronaVirus ALERT: बिहार में दो सौ अधिक पुलिसकर्मी हुए कोरोना संक्रमित, अब तक पांच की मौत

Bihar CoronaVirus ALLERT बिहार में कोरोनावायरस संक्रमण की तेज लहर में कोरोना से बचाव की ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मी भी आ रहे हैं। आंकउ़ों की बात करें तो इस साल अभी तक दो सौ से अधिक पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जबकि अब तक पांच की मौत हुई है।

By Amit AlokEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 10:27 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 10:27 AM (IST)
Bihar CoronaVirus ALERT: बिहार में दो सौ अधिक पुलिसकर्मी हुए कोरोना संक्रमित, अब तक पांच की मौत
पटना में कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव की ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी। फाइल तस्‍वीर।

पटना, स्‍टेट ब्यूरो। Bihar CoronaVirus ALERT बिहार में कोरोनावायरस संक्रमण (CoronaVirus Infection) की हालत चिंताजतनक हो गई है। कोरोना ड्यूटी में लगे पुलिसकर्मी भी तेजी से संक्रमण के शिकार हो रहे हैं। पुलिस मुख्यालय (Police Headquarters) के अनुसार सिर्फ इस साल 202 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जबकि, पांच पुलिसकर्मियों की कोरोना से लड़ते हुए मौत हो गई है।

बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित

हाल के दिनों में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हुए हैं। इसके बाद पटना के सरदार पटेल भवन स्थित पुलिस मुख्यालय में डीजीपी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समीक्षा की गई। पुलिस मुख्यालय के सभी प्रभाग और सभी क्षेत्रीय कार्यालयों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। सभी प्रभाग के प्रमुखों को सुझाव दिया गया है कि वह कोरोना की रोकथाम के लिए एक नोडल पदाधिकारी तय करें। नोडल पदाधिकारी अपने प्रभाव का औचक निरीक्षण करेंगे और जाने पर और किसी भी कर्मचारी या अधिकारी के संक्रमित पाए जाने पर एसओपी के अनुसार कार्रवाई करेंगे। इसकी सूचना तत्काल डीजीपी कंट्रोल रूम को भी देनी होगी। सभी रेंज के आइजी और डीआइजी को भी उनके क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पुलिसकॢमयों का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। पुलिस मुख्यालय स्तर पर नोडल अधिकारियों के साथ समन्वय के लिए आइजी मुख्यालय को नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया गया है।

पुलिसकर्मियों के लिए जारी दिशा-निर्देश

सभी पुलिस पदाधिकारी और कर्मी ड्यूटी पर अनिवार्य रूप से मास्क पहनें। पुलिस प्रतिष्ठान और बैरक में शारीरिक दूरी का अनुपालन हो। पुलिस से जुड़े कार्यालयों में यथासंभव बाहरी लोगों के प्रवेश पर नियंत्रण किया जाए। आगंतुकों की थर्मल स्कैनिंग और सैनिटाइजेशन की जाए। डाक की प्राप्ति और प्रेषण कार्यालय की एंट्री प्वाइंट पर ही सुनिश्चित की जाए। पुलिस पदाधिकारी या कर्मचारी में कोरोना के लक्षण मिलते ही जांच रिपोर्ट आने तक होम क्वारंटाइन रखा जाए। पुलिस केंद्र में कोरोना संक्रमित मिलने पर उनके रहने, मेस और शौचालय की अलग व्यवस्था हो। सभी कार्यालय अपने निकटतम अस्पताल और सिविल सर्जन के संपर्क में रहें।
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