बिहारः कोरोना के नए स्वरूप की पहचान के लिए बिहार से भुवनेश्वर व पुणे भेजे गए सैंपल
राज्य सरकार बिहार में कोरोना की लहर को लेकर भवुनेश्वर और पुणे के वायरोलॉजी लैब की मदद ले रही है। प्रत्यय अमृत ने बताया कि कोरोना का नया स्वरूप ब्राजील या ब्रिटेन का है या नहीं इस बारे में निश्चित रूप से कुछ कहना संभव नहीं।
राज्य ब्यूरो, पटना: दूसरी लहर में कोरोना संक्रमण के इतनी तेजी से फैलने की वजह और इसके स्वरूप की पहचान के प्रयास शुरू हाे गए हैं। राज्य सरकार इस काम में भवुनेश्वर और पुणे के वायरोलॉजी लैब की मदद ले रही है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने शुक्रवार को दी। प्रत्यय अमृत ने बताया कि कोरोना का नया स्वरूप ब्राजील या ब्रिटेन का है या नहीं इस बारे में निश्चित रूप से कुछ कहना संभव नहीं। परंतु इतना तय है कि कोरोना का यह नया वेरियंट तेजी से फैलता है।
पहली बार साढ़े तीन महीने के बच्चे में कोरोना के लक्षण
प्रत्यय अमृत ने कहा कि पिछले वर्ष जो कोरोना का स्वरूप था, वह इतनी तेजी से फैलने वाला नहीं था। मगर इस बार कोरोना का जो स्वरूप अब तक सामने आया है, उसमें यह देखा जा रहा है कि यदि परिवार को एक व्यक्ति संक्रमित हुआ था तो वह पूरा परिवार संक्रमित हो जाएगा। शायद यही वजह है कि संक्रमण के मामले इतनी तेजी से बढ़े हैं। सरकार के लिए यह चिंता का विषय है। इतना नहीं इस का कोरोना से बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं। पहली बार साढ़े तीन महीने के बच्चे में कोरोना के लक्षण पाए गए हैं। जबकि उसकी मां निगेटिव थी।
संक्रमण से खुद बचे रहें और परिवार भी बचा रहे
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि यही वजह है कि नए स्वरूप की पहचान के लिए अलग-अलग जिलों से सैंपल लेकर जांच के लिए पुणे और भुवनेश्वर भेजे गए हैं। वैज्ञानिकों की राय आने पर ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा कि आखिर यह नया स्वरूप क्या है। उन्होंने लाेगों से अपील की कि लोग संक्रमण को समझे और जितनी सावधानी और सतर्कता से रह सकते हैं रहें, ताकि संक्रमण से खुद बचे रहें और परिवार भी बचा रहे।