Bihar CoronaVirus ALERT: बिहार में कोरोना के साथ आई मौत की लहर, 24 घंटे में 21 की गई जान
Bihar CoronaVirus ALERT बीते 24 घंटे के दौरान बिहार में 21 कोरोनावायरस संक्रमितों की मौत हो गई है। इनमें सर्वाधिक 11 पटना के हैं। रिकवरी दर में भी कमी आई है। ये आंकड़े डराने वाले हैं। आइए डालते हैं नजर कोरोना से हुई मौतों पर।
पटना, ऑनलाइन डेस्क। बिहार में कोरोनावायरस संक्रमण का दूसरा दौर मौत की लहर लेकर आई है। बीते 24 घंटे के दौरान 21 संक्रमितों की जान गई है, जिनमें सर्वाधिक 11 पटना के रहने वाले हैं। जहां तक कोरोनावायरस संक्रमण से कुल मौतों की बात है, बिहार में अब तक 1651 लोगों की जान जा चुकी है। कोरोना की पहली लहर में मरने वाले अधिकांश मरीज बुजुर्ग व अन्य बीमारियों से ग्रस्त थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। बुधवार को मरने वालों में 16 साल की एक लड़की भी शामिल है। कुल मिलाकर आंकड़े डराने वाले हैं और अगर हम अभी भी नहीं चेते तो आने वाला समय और भयावह होगा, यह तय है।
24 घंटे के दौरान 21 संक्रमित मरीजों की मौत
बिहार में 24 घंटे के दौरान 21 कोरोनावायरस संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इनमें सर्वाधिक 11 पटना के थे। मरने वालों में 2009 बैच के एक युवा पुलिस इंस्पेक्टर राकेश कुमार भी शामिल हैं। बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी व बिहार तकनीकी सेवा आयोग में उप सचिव अनीस अख्तर की भी जान कोरोनावायरस संक्रमण के कारण चली गई। पटना के पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में चार, नालंदा मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल में तीन, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संसथान में तीन संक्रमितों की मौत हो गई। गया के अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में दो की हुई। बेतिया में दो तो सुपौल में भी एक मरीज की जान चली गई। अन्य स्थानों पर हुई मौतों को भी जोड़ दें तो आंकड़ा 21 तक पहुंच जाता है।
अधिकांश मौतें पटना के बड़े अस्पतालों में
दरअसल, बिहार में बीते सात अप्रैल से आज तक कोरोना से मौत की दर में बड़ी वृद्धि हुई है। अधिकांश पटना के अस्पतालों में हुईं हैं। पटना के पीएमसीएच में 25, एनएमसीएच में 20 तथा एम्स में 19 मौतें हुईं हैं। मरने वालों में ऑक्सीजन का लेवल तेजी से गिरा। इस बार की कोरोना लहर की खास बात यह भी है कि संक्रमितों की तबीयत दो-जीन दिनों में ही गंभीर होती दिखी है। कई की मौत भी सात-आठ दिनों के अंदर हो गईं।
सावधान करती रिकवरी दर में आई तेज गिरावट
सावधान करने वाला एक और आंकड़ा रिकवरी दर में तेज गिरावट का भी है। सात अप्रैल को रिकवरी दर 97.24 फीसद थी, जो अभी घटकर 90.40 फीसद हो गई है।