बिहारः कोरोना काल में ऑक्सीजन के लिए बढ़ी पीपल-बरगद की मांग, तुलसी के गुड़ भी कमाल

कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर राजधानी में तुलसी पीपल बरगद नीम एवं ऑक्सीजन प्लांट की मांग में काफी वृद्धि हुई है। वर्तमान में सर्वाधिक ऑक्सीजन पैदा करने वाले इन पौधे की मांग मेंं 30 से 40 फीसद की वृद्धि हुई है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 12:06 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 12:06 PM (IST)
बिहारः कोरोना काल में ऑक्सीजन के लिए बढ़ी पीपल-बरगद की मांग, तुलसी के गुड़ भी कमाल
पटना में तुलसी, पीपल, बरगद, नीम एवं ऑक्सीजन प्लांट की मांग बढ़ गई है।
नीरज कुमार, पटना। कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर राजधानी में तुलसी, पीपल, बरगद, नीम एवं ऑक्सीजन प्लांट की मांग में काफी वृद्धि हुई है। वर्तमान में सर्वाधिक ऑक्सीजन पैदा करने वाले इन पौधे की मांग मेंं 30 से 40 फीसद की वृद्धि हुई है। राजधानी की नर्सरियों में फिलहाल तुलसी, पीपल, बरगद एवं ऑक्सीजन प्लांट की खरीदारी करने के लिए लोग प्रतिदिन आ रहे हैं।
बिहार प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के वरिष्ठ विज्ञानी डॉ. नवीन कुमार का कहना है कि कोरोना संकट के दौरान में ऑक्सीजन का महत्व काफी बढ़ गया है। ऐसे में प्रकृति में सर्वाधिक ऑक्सीजन पैदा करने वाले पेड़ोंं की मांग भी बढ़ी है। प्रकृति में सबसे ज्यादा ऑक्सीजन पीपल, बरगद एवं नीम जैसे विशाल पेड़ करते हैं। इसका मुख्य कारण है कि इन पेड़ों का विशाल होना, जो पेड़ जितना विशाल होगा व उतना ही ऑक्सीजन पैदा करेगा।
 
लंबे समय तक जीवित रहने से ऑक्सीजन की उत्सर्जन अधिक


पटना विश्वविद्यालय के बॉटनी विभाग के प्रोफेसर डॉ.वीरेंद्र प्रसाद का कहना है कि पीपल, बरगद एवं नीम के पेड़ों पर पत्तियों की संख्या बहुत ज्यादा होती है। साथ ही ये पेड़ लंबे समय तक जीवित रहते हैं। इससे उनमें ऑक्सीजन की उत्सर्जन की क्षमता भी अधिक होती है। तुलसी में रोग प्रतिरोधक क्षमता ज्यादा होती है। साथ ही तुलसी मानव शरीर से विकारों को बाहर कर देती है। शरीर से विकारों को बाहर होते ही शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है। 
 
हर दिन काफी संख्या में  तुलसी के पौधे की खरीद


बोरिंग कैनाल रोड में नर्सरी चलाने वाले शशि कुमार कहते हैं, सामान्य दिनों में तुलसी के पौधे की मांग 20 के आसपास होती थी, लेकिन आजकल 40 से 45 तक है। वहीं पीपल एवं बरगद के पौधे की मांग भी आजकल काफी बढ़ गई है। काफी संख्या में लोग पीपल के पौधे लगाने के लिए भी आ रहे हैं। बरगद एवं पीपल के पौधे घरों में नहीं लगाए जा सकते हैं। इसलिए लोग उसकी मांग कम कर रहे हैं।
 
ऑक्सीजन प्लांट की मांग में तीस से चालीस फीसद की वृद्धि 


चितकोहरा में नर्सरी चलाने वाले मुकेश राय का कहना है कि आजकल ऑक्सीजन प्लांट की मांग में तीस से चालीस फीसद की वृद्धि हो गई है। पहले ऑक्सीजन प्लांट की मांग पांच से छह की होती थी। ऑक्सीजन का पौधा एक शो प्लांट है। ऐसी मान्यता है कि इसे घर के अंदर गमले में लगाया जा सकता है। इसका कीमत 20 रुपये प्रति पौधा है। इस पौधे को एक फ्लैट में कम से कम पांच गमले में आसानी से लगाया जा सकता है।
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