Bihar: पेगासस जासूसी प्रकरण के विरोध में कांग्रेस ने निकाला राजभवन मार्च, पुलिस से हुई धक्कामुक्की
पेगासस जासूसी प्रकरण के विरोध में बिहार कांग्रेस की ओर से गुरुवार को राजभवन मार्च निकाला गया। लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रास्ते में ही रोक दिया। इसके बाद पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को राज्यपाल से मिलने के लिए जाने दिया गया।
पटना, आनलाइन डेस्क। इजराइली स्पाइवेयर पेगासस (Pegasus Spyware) से कांग्रेस नेताओं समेत अन्य की जासूसी के विरोध में निकले कांग्रेस (Bihar Congress) के राजभवन मार्च को पुलिस ने रोक दिया है। इस दौरान कांग्रेस नेताओं और पुलिस के बीच नोकझाेंक भी हुई। काफी देर तक वहां अफरातफरी की स्थिति रही। पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष डा. मदन मोहन झा (Bihar Congress President Dr MM Jha) के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम ज्ञापन सौंपने के लिए राजभवन गई। वहां राष्ट्रपति के नाम का ज्ञापन सौंपा। इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई।
पुलिस के साथ हुई धक्का-मुक्की
प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं के साथ कार्यकर्ता राजभवन मार्च (Raj Bhwan March) के लिए निकले। काफी संख्या में कार्यकर्ता भी इसमें शामिल थे। लेकिन बेली रोड से राजभवन की ओर जाने वाली सड़क के मोड़ पर ही पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। बैरिकेड तोड़ने के दौरान धक्का-मुक्की होने लगी। लेकिन वहां से वे आगे नहीं जा सके। इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इसके बाद पांच नेताओं की टीम राज्यपाल (Governer) को ज्ञापन सौंपने के लिए रवाना हुई।
(प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकती पुलिस।)
अब उनके दल के लोगों की भी हो रही जासूसी
इस अवसर पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि फोन टैपिंग कर सरकार ने निंदनीय काम किया है। पहले केवल हमारे नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) उनके निशाने पर थे। लेकिन आज उनके ही दल और घटक दल के लोगों की जासूसी की जा रही है। सरकार लोगों को भयभीत कर तानाशाही करना चाहती है। विकास के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए सरकार ये हथकंडे अपना रही है। इसे किसी हाल में स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की। प्रदर्शन में प्रेमचंद मिश्रा, राजेश राठौर, कौकब कादरी समेत अन्य नेता शामिल थे।