बिहार के सीएम नीतीश कुमार आज दिल्ली जाएंगे, कल होनी है जदयू की अहम बैठक; बड़े फैसले की चर्चाएं

Bihar Politics बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को दिल्ली जाएंगे। दिल्ली में 31 जुलाई को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी। मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होना है। इस बैठक में एक बड़े फैसले की उम्‍मीद है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 07:55 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 07:55 AM (IST)
बिहार के सीएम नीतीश कुमार आज दिल्ली जाएंगे, कल होनी है जदयू की अहम बैठक; बड़े फैसले की चर्चाएं
बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार। फाइल फोटो

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को दिल्ली जाएंगे। दिल्ली में 31 जुलाई को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी। मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होना है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में जदयू के जंतर-मंतर स्थित राष्ट्रीय कार्यालय में दो सत्रों में बैठक है। इस बात की चर्चा है कि एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के आधार पर आरसीपी सिंह जदयू का राष्ट्रीय पद छोड़ सकते हैं। संभव है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जदयू को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाए। इस पद के लिए पार्टी की ओर से तमाम नाम चर्चा में हैं, हालां‍कि आधिकारिक तौर पर किसी तरह की जानकारी इस बारे में अभी उपलब्‍ध नहीं है।

यूपी समेत अन्‍य राज्‍यों के चुनाव पर भी चर्चा संभव

बताया जा रहा है कि जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में देश के मुद्दों पर पार्टी के संगठन पर भी विमर्श होगा। सदस्यता अभियान को गति दिए जाने को ले सदस्यता अभियान के रोडमैप पर चर्चा होगी। यह भी तय होगा कि निकट भविष्य में जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव है, वहां पार्टी का क्या स्टैंड रहेगा। पार्टी खासकर पड़ोसी राज्‍य उत्‍तर प्रदेश में चुनाव लड़ने की संभावना तलाश रही है। बिहार और केंद्र में अपनी सहयोगी पार्टी भाजपा से तालमेल के लिए जदयू ने पहले ही कोशिशें शुरू कर दी थीं। अगर तालमेल नहीं हो पाता है तो पार्टी अकेले चुनाव लड़ने की संभावना पर भी विचार करेगी।

नए अध्‍यक्ष के लिए ये नाम हैं चर्चा में

जदयू के नए अध्‍यक्ष के लिए बिहार के सियासी गलियारों में उपेंद्र कुशवाहा के अलावा ललन सिंह का नाम भी चर्चा में आ चुका है। सबसे अधिक चर्चा उपेंद्र कुशवाहा की है। दूसरी तरफ ऐसी भी चर्चाएं हैं कि राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष पद की बागडोर फिर से मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के ही हाथों में दी जा सकती है। इधर, आरसीपी ने पहले ही कह दिया है कि वे पार्टी के कहने पर किसी भी वक्‍त अध्‍यक्ष का पद छोड़ने के लिए तैयार हैं। इसके साथ उन्‍होंने यह भी कहा है कि वे केंद्रीय मंत्री रह कर भी पार्टी संगठन के प्रति अपने दायित्‍वों का निर्वहन करने में सक्षम हैं।

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