नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोलने की भूमिका बना रहे नेता को बिहार के CM नीतीश ने रोका-बहुत बोल लिए, बैठ जाइए

पटना के बाढ़ स्थित सामुदायिक भवन के उद्घाटन पर कांग्रेस के एक नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कुछ बोलने ही जा रहे थे कि नीतीश ने उन्हें यह कहकर रोक दिया कि आप बहुत बोल लिए। अब बैठ जाइए। कांग्रेस नेता ने भी मुख्यमंत्री के आग्रह का सम्मान किया।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Sat, 17 Jul 2021 03:32 PM (IST) Updated:Sat, 17 Jul 2021 03:32 PM (IST)
नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोलने की भूमिका बना रहे नेता को बिहार के CM नीतीश ने रोका-बहुत बोल लिए, बैठ जाइए
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। जागरण आर्काइव।

राज्य ब्यूरो, पटनाः कांग्रेस के एक नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कुछ बोलने ही जा रहे थे कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें यह कह कर रोक दिया कि आप बहुत बोल लिए। अब बैठ जाइए। कांग्रेस नेता ने भी मुख्यमंत्री के आग्रह का सम्मान किया। भाषण समाप्त करने की औपचारिका पूरी किए बगैर, वे जहां थे, जिस हालत में थे, बैठ गए। मौका बाढ़ स्थित सामुदायिक भवन के उद्घाटन का था। मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के तहत इसका निर्माण हुआ है। बाढ़ से मुख्यमंत्री का पुराना संबंध है। वे पहली बार इसी क्षेत्र से लोकसभा सदस्य बने थे।

कांग्रेस के पूर्व विधान परिषद सदस्य रामचंद्र भारती भी शनिवार को वर्चुअल मोड में चल रहे इस समारोह में शामिल हुए। भारती मूल रूप से कांग्रेसी हैं, लेकिन, उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधान परिषद में राज्यपाल कोटे से मनोनीत किया था। उनका कार्यकाल समाप्त हो गया है। परिषद सदस्य के नाते उनके ऐच्छिक कोष का उपयोग बख्तियारपुर में हुए कुछ निर्माण में किया गया है। बख्तियारपुर नीतीश कुमार की कर्म भूमि है। उनके पिता वैदय रामलखन सिंह स्वतंत्रता सेनानी थे। उनके नाम पर भी एक बाटिका का निर्माण भारती के ऐच्छिक कोष से हुआ है।

..,और गौर से देखने लगे सीएम नीतीश कुमार

भारती ने अपने भाषण की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ से की। उनका कहना था कि बिहार का विकास दो मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल में ही हुआ है। पहले मुख्यमंत्री डा. श्रीकृष्ण सिंह के बाद नीतीश कुमार के कार्यकाल में ही राज्य का चौतरफा विकास हुआ है। अपनी ऐसी तारीफ पर मुख्यमंत्री भारती की ओर गौर से देखने लगे। कुछ देर बाद उन्होंने कोरोना से बचाव के लिए किए गए राज्य सरकार के कार्यों की तारीफ शुरू कर दी। वे यह कहने की भूमिका बना रहे थे कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को नाहक में कोरोना के खिलाफ जारी संघर्ष का नायक बनाया जा रहा है।

असल नायक तो नीतीश हैं...

उन्होंने कहा कि असल नायक तो नीतीश हैं। मुख्यमंत्री ने भाषण के प्रवाह  देखकर अनुमान लगा लिया कि अगली पंक्ति में भारती सीधे प्रधानमंत्री और योगी आदित्यनाथ का जिक्र करेंगे, जिन्होंने दो दिन पहले वाराणसी में योगी के कार्यों की तारीफ की थी। बस, नीतीश ने उन्हें रोक लिया-बहुत बोल लिए। बैठ जाइए। भारती रौ में बहे जा रहे थे। उन्होंने पटना जिला परिषद की महिला अध्यक्ष की इस बात के लिए खूब आलोचना की कि वह हर काम में अड़ंगा लगाती हैं। मुख्यमंत्री के पिता के नाम पर बाटिका के नामकरण की भी उन्होंने अनुमति नहीं दी। 

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