शराबबंदी पर बोले नीतीश कुमार- 'दारू पियेगा, तब ही जियेगा' डीजीपी साहब ऐसे लोगों पर कार्रवाई करें
सीएम नीतीश ने कहा बिहार विधानसभा चुनाव 2015 से पहले हमने महिलाओं से स्वच्छ एवं सुरक्षित समाज देने का वादा किया था। 2016 में शराबबंदी लागू कर इस वादे को पूरा किया। हमने स्पष्ट कह रखा है कि शराब पीने-पिलाने में कोई भी शामिल हो बचना नहीं चाहिए।
राज्य ब्यूरो, पटना। 'बिहार विधानसभा चुनाव 2015 से पहले हमने महिलाओं से स्वच्छ एवं सुरक्षित समाज देने का वादा किया था। 2016 में शराबबंदी लागू कर इस वादे को पूरा किया। हमने स्पष्ट कह रखा है कि शराब पीने-पिलाने में कोई भी शामिल हो, बचना नहीं चाहिए। इसमें मेरा व्यक्तिगत हित नहीं है, बल्कि समाज के लिए जरूरी है। डीजीपी साहब 'दारू पियेगा, तब ही जियेगा', ऐसे लोगों पर प्राइवेटली नजर रखिए और कार्रवाई कीजिए।' ये बातें राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीएमपी स्थित मिथिलेश स्टेडियम में आयोजित बिहार पुलिस सप्ताह के समारोह को संबोधित करते हुए कहीं।
सीएम ने की बिहार पुलिस की हौसलाअफजाई
नीतीश कुमार ने पुलिस अफसरों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि बिहार पुलिस की कार्यशैली में काफी सुधार हुआ है। हाल में शराब माफिया ने पुलिस पर गोली चलाई। हमने कह दिया है कि इस तरह के अपराधियों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। शराब की सूचना पर पूरी टीम छापेमारी करने जाएगी। अभी हाल में पुलिस ने हरियाणा और असम से तस्करों के सरगना को पकड़ा। इसके लिए मैं बिहार पुलिस को बधाई देता हूं। तब और अब की पुलिसिंग में सार्थक बदलाव आया है।
शराब से 200 प्रकार की बीमारियां
मुख्यमंत्री ने शराब के सेवन से होने वाली बीमारियों के बारे में विस्तारपूर्वक समझाते हुए कहा कि दारू पीने से 18 फीसद आत्महत्या के मामले देखे गए हैं। इस पर डब्ल्यूएचओ ने रिसर्च रिपोर्ट भी जारी किया है। 27 फीसद सड़क दुर्घटनाएं ड्राइवर के शराब पीने की वजह से होती हैं। शराब का सेवन करने वाले 48 फीसद लोग लिवर की गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं। 26 फीसद लोगों को माउथ कैंसर और पेनक्रियाज की बीमारी हुई है। शराब पीने वाले युवाओं की मृत्यु दर 13.5 फीसद है। इसके सेवन से 200 प्रकार के रोग होते हैं।
पुलिस वालों पर भी हुई कार्रवाई
नीतीश कुमार ने कहा कि जब कोई व्यक्ति अच्छा काम करता है तो उसके बाएं-दाएं गड़बड़ करने वाले लोग होते ही हैं, क्या कीजिएगा। शराब के कारोबारियों और माफिया के खिलाफ पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। अप्रैल 2016 से जनवरी 2021 तक दो लाख 55 हजार 111 कांड शराब से संबंधित दर्ज हुए। 51.7 लाख लीटर देसी शराब जब्त की गई। 37 हजार से अधिक वाहन जब्त हुए। पीने-पिलाने से जुड़े मामलों में पुलिस हो या उत्पाद विभाग के कर्मी, सब पर कार्रवाई हुई। 619 सरकारी कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई की गई। हम किसी को छोड़ने वाले नहीं हैं।
इंटरनेट मीडिया पर लिखकर समझते हैं, बड़े ज्ञानी हैं
सीएम ने कहा कि अब बिहार पुलिस की कार्यशैली बदल रही है तो एसपी को भी कुर्सी पर बैठे रहना नहीं चाहिए। वे सप्ताह में तीन-चार दिन थानों का भ्रमण करें। देखें सबकुछ ठीक चल रहा है या नहीं। हमने सब जगह बापू का स्लोगन लिखवा दिया है। उन्होंने शराबबंदी के खिलाफ इंटरनेट मीडिया पर लिखने वाले लोगों पर तंज कसते हुए कहा कि बहुत लोग हैं, जो बहुत कुछ लिखते हैं। समझते हैं, बड़े ज्ञानी हैं। लेकिन, लिखते हैं गड़बड़। बापू भले नहीं हैं, लेकिन उनके विचार जब तक देश है, तब तक जिंदा रहेंगे। कुछ लोग दारू के धंधे में लगे हैं। उनपर नजर रखी जाए कि कहां से लाते और कहां भेजते हैं। उनपर गंभीर कार्रवाई हो, चाहे जो भी हो।