लोगों की तकलीफ सुन बिफरे CM नीतीश, कहा- प्राइवेट कंपनियों ने हमारे लोगों का नहीं रखा ख्याल

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दूसरे राज्यों की प्राइवेट कंपनियों पर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि उन्होंने हमारे लोगों का ख्याल नहीं रखा।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 11:06 AM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 01:40 PM (IST)
लोगों की तकलीफ सुन बिफरे CM नीतीश, कहा- प्राइवेट कंपनियों ने हमारे लोगों का नहीं रखा ख्याल
लोगों की तकलीफ सुन बिफरे CM नीतीश, कहा- प्राइवेट कंपनियों ने हमारे लोगों का नहीं रखा ख्याल

पटना, जेएनएन। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जब प्रवासियों ने अपनी आपबीती सुनाई तो नीतीश बिफर पड़े। प्रवासियों से बातचीत के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के बाहर जिन निजी कंपनियों में बिहार के प्रवासी कामगार कार्यरत थे, उन कंपनियों ने इनका ख्याल नहीं रखा। यह उनका दायित्व बनता था। लोगों को बाहर काफी कष्ट हुआ है। हमारी इच्छा है कि सभी को यहीं रोजगार मिले। किसी को अकारण बाहर नहीं जाना पड़े। हम सब के रोजगार की यहीं व्यवस्था करेंगे। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को सूबे के आठ जिलों के 16 क्वारंटाइन केंद्रों पर रहे प्रवासी कामगारों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। लगातार तीसरे दिन वह वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से क्वारंटाइन केंद्रों का जायजा ले रहे थे। 

बिहार में उद्योग लगाएं बिहार के कारोबारी 

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में उद्योग लगाने पर बिहार के कारोबारी वर्ग को भी विचार करना चाहिए। नए उद्योग लगाएं, सरकार हर संभव मदद को तैयार है। बिहार में कपड़ा, जूता, बैग, फर्निचर, साइकिल आदि से जुड़े उद्योगों की असीम संभावनाएं हैैं। हम उपभोक्ता राज्य हैं और हमारे पास बहुत बड़ा बाजार है। बाजार की जरूरतों के अनुरूप उद्योग लगाएं।

उन्होंने कहा कि भागलपुर एवं मुंगेर में कपड़ा उद्योग खासकर सिल्क उद्योग की अपार संभावनाएं हैैं। भागलपुर का सिल्क उद्योग पूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध है। पहले इस सिल्क का निर्यात किया जाता था। भागलपुर के इस उद्योग की क्षमता की पहचान कर आगे का काम करें।

बिहार में कोई भूख से नहीं मरता, बहुत काम है 

मुख्यमंत्री ने प्रवासी कामगारों का कहा कि बिहार में बहुत काम है। यहीं रहिए और काम कीजिए। सभी को स्किल के अनुरूप काम मिलेगा। बिहार में कोई भूख से नहीं मरता। मुख्यमंत्री ने रविवार को पुन: यह दोहराया कि क्वारंटाइन केंद्रों पर रह रहे सभी प्रवासी कामगारों का पूर्ण सर्वे कराएं। कौन कहां से आया है और क्या रोजगार करता था? उनको यहांं कैसे रोजगार उपलब्ध कराया जाए ताकि उन्हें बाहर नहीं जाना पड़े।

क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं के बारे में की बात 

मुख्यमंत्री ने प्रवासी कामगारों को कहा कि क्वारंटाइन सेंटर पर रहिए। आपलोगों के हित में इसका इंतजाम किया गया है। यह आपके और आपके परिवार के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं के बारे में पूछे जाने पर प्रवासी कामगारों ने कहा कि यहां सब कुछ ठीक है कोई दिक्कत नहीं। कई ने यह दोहराया कि हम बिहार में रहकर ही काम करना चाहते हैैं।

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