दिल्ली पहुंचते ही बिहार के CM नीतीश ने तोड़ी चिराग पर चुप्पी, कैबिनेट विस्तार को लेकर कही बड़ी बात

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को दिल्ली पहुंचे। पत्रकारों ने बात करते हुए नीतीश ने कहा कि वह यहां अपनी आंख का इलाज कराने आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की कोई योजना नहीं। लोजपा में मचे घमासान के बीच पहली बार नीतीश ने चुप्पी भी तोड़ी।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 06:50 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 06:50 PM (IST)
दिल्ली पहुंचते ही बिहार के CM नीतीश ने तोड़ी चिराग पर चुप्पी, कैबिनेट विस्तार को लेकर कही बड़ी बात
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लोजपा सांसद चिराग पासवान। जागरण आर्काइव। -

जागरण टीम, पटना। केंद्रीय कैबिनेट विस्तार की चर्चा के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को दिल्ली पहुंचे। देश की राजधानी स्थित अपने आवास पर पत्रकारों ने बात करते हुए नीतीश ने कहा कि वह यहां अपनी आंख का इलाज कराने आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की कोई योजना नहीं। इस दौरान लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में मचे घमासान पर पहली बार नीतीश कुमार ने चुप्पी तोड़ी। 

मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि यह पीएम नरेंद्र मोदी पर निर्भर करेगा कि वह कैबिनेट विस्तार कैसे और कब करते हैं, हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में टूट को लेकर चिराग के आरोपों का भी नीतीश ने जवाब दिया। सीएम ने कहा कि इसमें हम लोगों की कोई भूमिका नहीं है। ये लोजपा का आपस का मामला है। हम पर कोई (चिराग पासवान) इसलिए बोलता है कि पब्लिसिटी मिलती है। हम लोगों को कोई मतलब नहीं है। हमने इसपर कभी कुछ नहीं बोला है। नीतीश ने कहा कि लोजपा में टूट उनकी पार्टी का आंतरिक मामला है। 

चिट्ठी जारी कर किया नीतीश पर हमला

गौरतलब है कि मंगलवार को चिराग ने ट्विटर पर पत्र जारी किया है। इसमें उन्होंने नीतीश पर हमला करते हुए जदयू पर पहले भी पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया है। चिराग ने आरोप लगाया कि नीतीश यह बर्दाश्त नहीं कर सकते कि कोई दलित राजनीति में आगे बढ़े। चिराग ने कहा कि नीतीश ने संघर्ष के दिनों में मेरा और मेरे पिता (रामविलास पासवान) का अपमान किया। जमुई से लोजपा सांसद ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान लोजपा के छह सांसदों को हराने में जदयू ने पूरी कोशिश की। मुझे इस बात से ताज्जुब होता है कि कैसे पार्टी से निष्कासित सांसद ऐसे व्यक्ति के साथ खड़े हो सकते हैं जिन्होंने रामविलास को ही नहीं बल्कि बिहार की जनता को धोखा दिया। 

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