राजगीर, गया, बोधगया और नवादा के लोग सितंबर से पिएंगे गंगा का जल, तेजी से बिछाई जा रही पाइपलाइन

बिहार सरकार ने बजट में इस खास योजना के लिए खोला खजाना राजगीर बोधगया व नवादा में गंगा बनेगी अमृत धारा टाल विकास के लिए 1178. 50 करोड़ रुपये ज्यादा जलस्राव रुकेगा नालंदा के कुछ भाग में हो सकेगी सिंचाई

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 08:40 AM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 01:00 PM (IST)
राजगीर, गया, बोधगया और नवादा के लोग सितंबर से पिएंगे गंगा का जल, तेजी से बिछाई जा रही पाइपलाइन
पटना के करीब से बहती गंगा नदी। फाइल फोटो

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar State Government Budget 2021: बिहार के तीन शहर राजगीर, बोधगया और नवादा के लोगों को इस वर्ष सितंबर तक गंगा जल शुद्ध कर पीने के पानी के रूप में मिल सकेगा। जल-जीवन-हरियाली के तहत राजगीर, गया, बोधगया एवं नवादा शहरों में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए गंगा जल उद्वह योजना का काम प्रदेश में तेज गति से चल रहा है। सरकार ने आज पेश बजट में एलान किया कि 2836 करोड़ रुपये की योजना से अब तक 1300 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। सितंबर 2021 तक तीनों शहरों में गंगा जल को शुद्ध कर आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।

करीब 50 किलोमीटर तक बिछाई जा चुकी है पाइपलाइन

इस योजना के तहत चयनित शहरों में गंगा जल की आपूर्ति पीने के पानी के रूप में करने के लिए 43.98 किमी पाइप लाइन बिछाने का काम किया जा चुका है। 148.77 किमी पाइप लाइन और बिछाई जानी है। इस लक्ष्य को सितंबर 2021 तक हासिल कर लिया जाएगा।

जल संसाधन विभाग का बजट एक नजर में

कुल बजट - 4078.38 करोड़

स्कीम के लिए - 3007.50 करोड़

स्थापना के लिए - 1066.88 करोड़

टाल विकास योजना पर भी खर्च होंगे रुपये

जल संसाधन विभाग ने इस योजना के साथ ही 1178. 50 करोड़ रुपये टाल विकास योजना के लिए रखे हैं। इस राशि से टाल विकास योजना के तहत 74 किमी की लंबाई में तटबंध निर्माण के साथ पक्कीकरण, पईन उड़ाही, पुलिया निर्माण, बराज, वीयर और चेकडैम का निर्माण कराया जाएगा। योजना मई 2023 तक पूरी होगी। इस योजना के पूरा होने पर टाल क्षेत्र में आने वाले अत्यधिक मात्रा के जलस्राव को नियंत्रित किया जा सकेगा साथ ही नालंदा जिले के कुछ भागों में सिंचाई का अतिरिक्त सृजन भी हो सकेगा।

कई तटबंधों पर भी हो रहा है काम

इसके अलावा बागमती बाढ़ प्रबंधन योजना फेज -3 बी, एवं फेज - 5 ए, के पहले चरण में सिरनिया फुहिया तटबंध को 74.42 किमी लंबाई में मजबूत किया जाएगा। इसके साथ ही बेनीबाद से हायाघाट तक बाएं तटबंध, बेनीबाद से सोरमारहाट तक आए तटबंध एवं खिरोई जैकेटिंग तटबंध का कुल 52.33 किमी की लंबाई में तटबंध निर्माण निर्माण कराने के लिए सरकार ने 548.13 करोड़ रुपये बजट में रखे हैं। स्वीकृति मिलने पर यह काम इस वर्ष प्रारंभ हो जाएगा। विष्णुपद मंदिर के सामने फल्गु नदी में पूरे वर्ष जल रहे इसके लिए 266 करोड़ रुपये की योजना मंजूर की गई है। योजना अक्टूबर 2023 तक पूरी होगी। सात निश्चय - 2 के तहत हर संभव माध्यम से हर खेत तक सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य। कोसी-मेची लिंक  योजना पर केंद्र सरकार की निवेश अनापत्ति मिल चुकी है। योजना के कार्यान्वयन से अररिया, कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया जिले में 2.14 लाख हेक्टयेर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।

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