Bihar Boat Accident: सारण में घने कोहरे के कारण टकराईं बालू लदी दो नौकाएं, तीन मजदूरों की मौत, सात गंगा में लापता
बिहार के वैशाली सीमावर्ती सारण के सोनपुर में गंगा नदी में घने कोहरे के कारण बालू लदी दो नौकाएं टकरा गईं। नौकाओं पर सवार कई मजदूरों को स्थानीय लोगों ने बचा लिया। दुर्घटना में तीन मजदूरों की मौत हो चुकी है। जबकि सात अभी भी लापता हैं।
वैशाली, जागरण संवाददाता। Bihar Boat Accident बिहार में घने कोहरे (Dense Fog) के बीच सड़क दुर्घटनाएं तो बढ़ ही गईं हैं, नौका दुर्घटना (Boat Accident) भी हुई है। घटना वैशाली सीमावर्ती सारण जिले के सोनपुर के गंगाजल घाट के निकट गंगा नदी (Ganges River) में गुरुवार की देर रात हुई। गंगा नदी में बालू लदी दो नावों (Two sand Ladden Boats) के बीच टक्कर हो गई। दुर्घटना में अभी तक तीन मजदूरों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। सोनपुर गंगाजल पंचायत के मुखिया के अनुसार दुर्घटना में कोई तीन तो कोई सात लोगों के लापता होने की बात कर रहा है। लापता बालू मजदूर सोनपुर के सबलपुर के बताये जा रहे हैं। नाव भी सबलपुर का ही था ।
घने कोहरे के बीच टकरा गईं दो नौकाएं
मिली जनकारी के अनुसार गरुवार की रात गंगा से बालू लेकर चली दो नौकाओं के नाविक कोहरे के कारण आगे देख नहीं सके। इस कारण दोनों नौकाएं आपस में टकरा गईं। टक्कर नदी तट से ज्यादा दूर नहीं हुई, इसलिए आवाज तथा डूबते मजदूरों की पुकार तट तक पहुंच गई। इसके बाद वहां मौजूद नाविकों तथा आसपास के लोगों ने नदी में डूब रहे कई मजदूरों को बचा लिया। हालांकि, अभी भी कई मजदूर लापता हैं।
तीन मजदूरों की मौत की पुष्टि, सात लापता
लापता मजदूरों की खोज रात से ही की जा रही है। सोनपुर गंगाजल पंचायत के मुखिया ने बताया कि अभी तीन मजदूरों की मौत हो चुकी है। मारे गए तीनों लोग सबलपुर मध्यवर्ती पंचायत के रहने वाले बताए गए हैं। बलपुर मध्यवर्ती पंचायत के मुखिया ने बताया कि नाव पर सवार और सभी लोगों को बचा लिया गया है। हालांकि, कुछ लोगों के अनुसार नौका सवार सात लोग लापता हैं।
छह माह पहले भी हुई थी दो नावों में टक्कर
विदित हो कि सारण जिले में सरयू एवं गंगा नदियों में अक्सर नाव हादसे होते रहते हैं। इनमें से अधिकांश हादसे बालू लदे नावो की टक्कर के कारण हुए हैं। सारण जिला के मांझी थाना अंतर्गत सरयू नदी में मझनपुरा गांव के पास छह माह पहले 25 जुलाई को भी बालू लदे दो नावों के बीच टक्कर हुई थी। हालांकि, उस दुर्घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था। नाव पर सवार सभी लोग तैरकर किनारे आ गए थे।