दिल्ली में नंबर-1 बन बिहार का बजा डंका, अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में लोक कला संस्कृति को मिला गोल्ड

अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में 24 राज्यों की प्रदर्शनी के बीच मेले में सजे बिहार पवेलियन ने गोल्ड मेडल हासिल किया है। उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हर मोर्चे पर बिहार आगे बढ़ रहा है। ये सभी राज्यवासियों के लिए गौरव का विषय है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 05:29 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 05:29 PM (IST)
दिल्ली में नंबर-1 बन बिहार का बजा डंका, अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में लोक कला संस्कृति को मिला गोल्ड
बिहार की तरफ से पुरस्कार लेते अशोक सिन्हा और पलका साहनी व अन्य।

जागरण टीम। दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 40वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार नंबर-1 बना है। 24 राज्यों की प्रदर्शनी के बीच मेले में सजे बिहार पवेलियन ने गोल्ड मेडल हासिल किया है। आयोजन के आखिरी दिन शनिवार को बिहार की तरफ से यह पुरस्कार रेजिडेंट कमिश्नर पलका साहनी और उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के निदेशक अशोक सिन्हा ने प्राप्त किया। इस मौके पर बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हर मोर्चे पर बिहार आगे बढ़ रहा है। ये सभी राज्यवासियों के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है और जिद है कि हर मोर्चे पर सफलता हासिल करनी है। बिहार उद्योग में भी नंबर वन बनेगा।

आकर्षण का केंद्र रही दुलारी देवी की मधुबनी पेंटिंग

दिल्ली में 14 नंवबर से 27 नंवबर तक आयोजित हुए अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बिहार ने अपने पवेलियन को 41 स्टॉल्स से सजाया था, इसमें राज्य की पारंपरिक लोक कला संस्कृति की झलक पेश की गई। लोक कलाकार पद्मश्री दुलारी देवी की मधुबनी पेंटिंग की जीवंत प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रही। राज्य के अन्य हिस्सों में बनने वाली लोक कलाकृतियां और बिहार के पारंपरिक उद्योगों द्वारा निर्मित चीजें लोगों को खूब पंसद आईं।

लोककलाकृतियों ने हमेशा राज्य को गौरवांवित कियाः शाहनवाज

बिहार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के हस्तशिल्पियों और बुनकरों द्वारा बनाई गई चीजें कारीगरी, सौंदर्य और गुणवत्ता में अंतरराष्ट्रीय स्तर की हैं, इसीलिए देश-विदेश के लोगों को पसंद आई। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार की लोककलाकृतियों ने हमेशा राज्य को गौरवांवित किया है। राज्य के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले कारीगरों, बुनकरों के हुनर को देश विदेश में पहचान मिल रही है। 

एक छत के नीचे दिखा बिहार, यह रहा खास

बिहार पवेलियन में हैंडीक्राफ्ट और आर्टिफिशियल ज्वैलरी देखने मिली तो राज्य पुरस्कार से सम्मानित विक्रम चक्रवर्ती सिल्क की शॉल लेकर आए, उन्हें इसके लिए राज्य पुरस्कार मिला। संगीता देवी मधुबनी पेंटिंग, कमला देवी एप्लिक वर्क, राजकुमार लाल मधुबनी पेंटिंग, माला गुप्ता सिल्क प्रोडक्ट, रंजीत हैंडलूम उत्पाद, वैष्णवी मंजूषा समूह हैंडलूम पर मंजूषा कला से बने उत्पाद बिहार पैवेलियन में लेकर आईं। बिहार पैवेलियन में पटना के 'जूटेक' द्वारा निर्मित जूट के बने उत्पाद दिखे तो मोहम्मद जाहिद लेदर के प्रोडक्ट लेकर आए। मेले में बिहार के लोगों की आस्था से जुड़ी चीजें और विशिष्ट खान-पान की भी झलक दिखी। संजय गुप्ता ठेकुआ, गुड़ के लड्डू, कचरी-तिलौरी आदि लेकर आए। 

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