Bihar Assembly Monsoon Session: बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र आरंभ, पहले दिन से ही हंगामा

Bihar Assembly Monsoon Session बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र सोमवार को आरंभ हो चुका है। सत्र के पहले दिन से ही आज विपक्ष का हंगामा भी शुरू है। 23 मार्च को विधानसभा परिसर में विधायकों की पुलिस से पिटाई जातिगत जनगणना एवं महंगाई आदि के ऐसे कई मुद्दे हैं।

By Amit AlokEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 11:19 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 01:22 PM (IST)
Bihar Assembly Monsoon Session: बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र आरंभ, पहले दिन से ही हंगामा
बिहार विधानसभा परिसर में प्रदर्शन करते विपक्ष के विधायक। तस्‍वीर: जागरण

पटना, स्‍टेट ब्‍यूरो। Bihar Assembly Monsoon Session बिहार विधानमंडल (Bihar Legislature) का मानसून सत्र (Monsoon Session) सोमवार को शुरू हो चुका है। पांच दिनों तक चलने वाले इस सत्र में के हंगामा (Uproar) के पूरे आसार हैं। इसकी झलक पहले दिन से ही मिल रही है। विपक्ष के विधायक सदन के बाहर प्रदर्शन करते दिखे। राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक सतीश दास एवं मुकेश रौशन सिर पर हेलमेट लगाकर झाल बजाते सदन में पहुंचे। पहले दिन से ही विपक्ष के तेवर बता रहे हैं कि पूरे हफ्ते सदन का माहौल गर्म रह सकता है।

मानसून सत्र के दौरान सदन में हंगामे के पूरे आसार

सदन के अंदर की बात करें तो सेामवार के पहले दिन का सत्र समाप्‍त हो चुका है। अब दूसरे दिन से वहां हंगामा तय है। विपक्ष के पास कई ऐसे मुद्दे हैं, जिनपर विमर्श में तल्खी के पूरे आसार हैं। बजट सत्र (Bihar Assembly Budget Session) के दौरान 23 मार्च को विधानसभा परिसर में विधायकों की पुलिस से पिटाई के मामले पर विपक्ष का रुख पहले से ही आक्रामक है। दो सिपाहियों के निलंबन को नाकाफी बताया जा रहा है। जातिगत जनगणना (Caste Census) एवं महंगाई (Inflation) के मुद्दों पर भी सत्तारूढ़ दलों को विपक्ष के हमले को झेलने के लिए तैयार रहना होगा। सत्र से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) दिल्ली से लौट आए हैं। पहले दिन वे विधानसभा पहुंचे। बताया जाता है कि कार्यवाही शुरू होने से उन्‍होंने महागठबंधन के नेताओं के साथ रणनीति तय की है।

पहले दिन ही विधानमंडल परिसर में विपक्ष का हंगामा

विधानमंडल में हंगामा की झलक पहले दिन ही मिल गई, जब आरजेडी के विधायक सतीश दास एवं मुकेश रौशन सिर पर हेलमेट लगाकर झाल बजाते पहुंचे। उनका इशारा बजट सत्र के दौरान विधानसभा में विपक्षी विधायकों की पिटाई की ओर था। भारतीय कम्‍युनिस्‍ट पार्टी के विाायकों ने भी विधायकों की पिटाई का मामला उठाते हुए प्रदर्शन किया। उन्‍होंने तीन कृषि कानूनों की वापसी के लिए विधानमंडल में प्रस्‍ताव पारित करने तथा कोविड के मृतकों के स्‍वजनों को मुआवजा देने की भी मांगें रखी है।  महंगाई पर लगा व जातिगत जनगणना की मांगें तो हैं हीं।

विधान परिषद में चार अध्यासीन सदस्यों का मनोनयन

उधर, विधान परिषद के 198वें सत्र के लिए कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने चार अध्यासीन सदस्यों का मनोनयन किया। ये सदस्य सभापति की अनुपति में कार्यवाही का संचालन करेंगे। परिषद के पहले दिन सोमवार को सभापति ने केदार नाथ पांडेय, रामचन्द्र पूर्वे, संजीव सिंह और राजेन्द्र गुप्ता को अपनी अनुपस्थिति में कार्यवाही संचालन के लिए अध्यासीन सदस्य मनोनीत करने की घोषणा की।

विधानसभा में आज के कार्यक्रम, एक नजर स्पीकर विजय सिन्हा का प्रारंभिक संबोधन। राज्यपाल द्वारा स्वीकृत अध्यादेशों एवं विधेयकों की प्रतियां सदन पटल पर रखी गईं। विधानसभा की विभिन्न समितियों के प्रतिवेदन रखे गए। सरकार प्रथम अनुपूरक ले आई। दिवंगत नेताओं के शोक प्रकाश के बाद कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित।

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