Bihar Assembly Election: तेजस्‍वी का CM नीतीश पर लाल 'टेन' से हमला, जानिए RJD IT Cell का पॉलिटिकल प्‍लान

Bihar Assembly Election तेजस्‍वी यादव अपना लाल Ten फॉर्मूला लेकर समाने आए हैं। यह उनके सत्‍ता में आने पर किए जाने वाले काम का वादा है। इसमें आरजेडी का आइटी सेल मददगार है।

By Amit AlokEdited By: Publish:Sun, 20 Sep 2020 09:57 AM (IST) Updated:Sun, 20 Sep 2020 06:42 PM (IST)
Bihar Assembly Election: तेजस्‍वी का CM नीतीश पर लाल 'टेन' से हमला, जानिए RJD IT Cell का पॉलिटिकल प्‍लान
Bihar Assembly Election: तेजस्‍वी का CM नीतीश पर लाल 'टेन' से हमला, जानिए RJD IT Cell का पॉलिटिकल प्‍लान

पटना, जेएनएन। Bihar Assembly Election 2020: कोरोना संक्रमण (CoronaVirus Infection) के दौर में बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सभी दल अपनी-अपनी रणनीति बना रहे हैं। लेकिन समस्‍या चुनाव प्रचार की है। इसके लिए फोकस डिजिटल तकनीक (Digital Technique) पर है। बिहार के प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) ने भी इसकी पूरी तैयारी कर रखी है। मकसद मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के विकासवाद के नीचे आरजेडी की लालटेन की मंद पड़ती लौ को न केवल जलाए रखना, बल्कि इससे विरोधियों को खाक कर सत्‍ता पर काबिज होना है। इसके लिए संजय यादव के नेतृत्व में आरजेडी ने अपनी आइटी टीम (IT Team) तैयार की है। आरजेडी ने नीतीश कुमार के 15 वर्षों के कार्यकाल में 10 ऐसे कोर सेक्टरों को चुना है, जहां उसके अनुसार सरकार को कामयाबी नहीं मिली है। फिर उन्हें लाल 'टेन' (10) से जोड़ा और बताया कि इनमें अभी काम करने की काफी जरूरत है। पार्टी के मुख्‍यमंत्री चेहरा (CM Face) तेजस्‍वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अपनी सरकार बनने पर इन क्षेत्रों में काम करने का वादा किया है।

हालांकि, आरजेडी के डिजिटल प्रचार के खिलाफ मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) सहित पूरा राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) मैदान में कूद पड़ा है। जेडीयू ने तजस्‍वी के इस लाल 'टेन' फॉर्मूला पर जबरदस्‍त पलटवार किया है।

तीन जगहों से काम कर रही आरजेडी की आइटी टीम

राजद की आइटी टीम में अभी 15 लोग काम कर रहे हैं। सभी अलग-अलग सेक्टर के महारथी हैं। कोई सोशल मीडिया का विशेषज्ञ है तो कोई आंकड़े संग्रह करने का तो कोई उसके विश्लेषण का। कार्टूनिस्ट की सेवा भी ली जा रही है। रिसर्च के लिए अलग टीम है।आरजेडी की आइटी टीम अभी तीन जगहों से काम कर रही है। पहली टीम का काम राबड़ी देवी (Rabri Devi) के आवास से चलता है। इसकी पूरी जवाबदेही संजय यादव के पास है। जबकि, दूसरी टीम आरजेडी के प्रदेश कार्यालय में है। इसकी कमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह खुद संभालते हैं। तीसरी टीम दिल्ली में है, जिसकी निगरानी मनोज झा करते हैं। संजय यादव कहीं भी रहें, अपनी टीम के संपर्क में रहते हैं। इस आइटी टीम को 2015 के विधानसभा चुनाव में कामयाबी भी मिल चुकी है। चुनावी नारे गढऩे से लेकर ज्वलंत मुद्दों को उछालने में टीम माहिर है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण संबंधी बयान को इस टीम ने ही उछाला था, जिसके बाद लालू प्रसाद ने पूरे चुनाव में इस मुद्दे को भुनाया और महागठबंधन की जीत का मार्ग प्रशस्त किया।

डिजिटल प्रचार के साथ विरोधियों पर हमलावर

आरजेडी की आइटी टीम पार्टी के डिजिटल प्रचार के साथ विरोधियों पर हमले की भी जिम्‍मेदारी बखूबी निभा रही है। इसका मकसद पार्टी को विधानसभा चुनाव में कामयाबी दिलाना है। चुनावी लड़ाई के केंद्र मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार हैं, इसलिए एनकी सरकार की नाकामियों पर फोकस मुख्‍य एजेंडा है।

बेरोजगारी सहित कई मुद्दों पर मदद कर रही टीम

हाल के दिनों में तेजस्‍वी यादव केंद्र व राज्‍य सरकारों को खासकर बेरेजगारी (Unemployment) के मुद्दे पर घेरते दिख रहे हैं। आरजेडी की आइटी टीम इसमें मदद कर रहा है। तेजस्‍वी के प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी के जन्‍मदिन (PM Modi Birthday) को राष्‍ट्रीय बेरोजगारी दिवस (National Unemployment Day) के रूप में मनाने की घोषणा के बाद पार्टी की आइटी टीम ने 'राष्‍ट्रीय बेरोजगारी दिवस' का हैशटैग सोशल मीडिया में ट्रेंड करा दिया।

तेजस्‍वी के वादों को जनता तक पहुंचाने की कोशिश

तेजस्‍वी यादव ने राज्य में कृषि, उद्योग, स्वास्थ्य, शिक्षा, कंस्ट्रक्शन, तकनीकीकरण, इंफ़्रास्ट्रक्चर, विद्युतीकरण, कानून और खेल के ऐसे 10 क्षेत्र चुने हैं, जिनमें उनके अनुसार नीतीश सरकार ने अपने 15 साल के कल में फेल हो गई है। तेजस्‍वी इस क्षेत्रों में विकास का वादा कर रहे हैं। ये तेजस्वी के सत्ता में आने के बाद किए जाने वाले उनके कार्यों का रोडमैप भी है। आइटी सेल इसे जनता के बीच पहुंचाने की कोशिश में लगी है।

बनाए जा रहे अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप

सवाल यह है कि ऐसा कैसे किया जा रहा है। इसके लिए पंचायत, प्रखंड, जिला और प्रदेश स्तर पर अलग-अलग वाट्सऐप ग्रुप (WhatsApp Groups) बनाए जा चुके हैं। आरजेडी के प्रदेश युवा अध्‍यक्ष कारी साहब की मानें तो पार्टी का यूथ विंग जल्‍द ही 25 लाख लोगों तक वॉट्सऐप के माध्‍यम से पहुंच जाएगा। यूथ विंग ने हर जिला में सोशल मीडिया प्रभारी भी बनाया है। ये केवल यूथ विंग की बात है। पूरी पार्टी का लक्ष्‍य तो बहुत बड़ा है। पार्टी ने चुनाव के पहले सभी 38 जिलोे के वेरिफाइड ट्विटर पेज भी बना लिए हैं, ताकि वॉट्सऐप के साथ ट्विटर पर भी वोटरों तक पहंचा जा सके। अन्‍य सोशल मरडिया प्‍लेटफॉम्‍स पर भी पार्टी सक्रिय है।

डिजिटल तकनीक के पूरे इस्तेमाल की योजना

पार्टी डिजिटल तकनीक का पूरा इस्तेमाल करने की योजना पर काम कर रही है। बूथ कमेटियों को भी ऑनलाइन जोड़ा जा रहा है। इसके लिए जतीनी स्‍तर तक कार्यकर्ताओं को डिजिटल प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

सोशल मीडिया में अधिक सक्रिय हुए शीर्ष नेता

इसके अलावा आरजेडी पुम्रख लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी एवं तेजस्वी यादव सहित तमाम बड़े नेताओें की सोशल मीडिया में सक्रियता बढ़ी है। आइटी टीम उनके बयान एवं ट्वीट आदि रोजाना जारी कर रही है।

तेजस्‍वी के फॉर्मूले पर जेडीयू का हमला

हालांकि, तेजस्वी यादव को उनके लाल ’टेन’ फॉर्मूले पर जेडीयू भी पलटवार करता दिख रहा है। जेडीयू के प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा है कि जनता को पता है कि बिहार में आने 15 साल के काल में इन लोगों ने क्या किया था। आज ये फिर झूठे वादे कर जनता को गुमराह कर रहे हैं। उन्‍होंने आरजेडी के वादों की हकीकत बताते हुए तंज कसा। कहा कि कृषि का मतलब कृषि योग्य जमीन लिखवाना है तो उद्योग का मतलब अपहरण उद्योग है। स्वास्थ्य को तो तेज प्रताप यादव ने बिगाड़ा है। शिक्षा का मतलब नौवीं फेल, तो कंस्ट्रक्शन में बिहार का सबसे बड़ा मॉल बनेगा। तकनीकीकरण का मतलब ट्विटर बॉय बनना है। इंफ्रास्ट्रक्टचर के तहत मॉल, माल व जमीन-जायदाद हथियाएंगे तो विद्युतीकरण का मतलब 2020 में लालटेन जलाना होगा। कानून ठेंगे पर रहेगा तथा जंगलराज का खेल चलेगा। उन्‍होंने आगे कहा है कि बेहतर बनाएंगे तो केवल अपने परिवार को। अगर मौका मिला तो यही काम करेंगे।

2014  से काम कर रही यह टीम

हालांकि आइटी टीम 2014 से ही लगातार काम कर रही है, किंतु इस बार की चुनौतियां अलग हैं। लोकसभा चुनाव में पराजय के बाद एक-एक कदम को संभलकर उठाया जा रहा है। सरकार पर सिर्फ हमला ही नहीं, बल्कि राजद को अपना विजन भी प्रस्तुत करना है कि अगर तेजस्वी यादव के नेतृत्व में सरकार बनी तो क्या-क्या किया जाएगा। इसके लिए हर सेक्टर के जानकारों की सलाह लेकर दस प्रमुख क्षेत्र तय किए गए हैं। राज्य के संसाधनों को ध्यान में रखते हुए विकास का प्लान तैयार किया गया है।

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