Bihar Assembly Election 2020: तेजस्‍वी यादव ने कहा, सीएम नीतीश कुमार पर उम्र का असर साफ झलक रहा

Bihar Assembly Election 2020 सीएम नीतीश से फिर पूछा तीखे सवाल। कहा जल-जीवन-हरियाली सह लूट योजना को 15 साल पहले क्यों नहीं शुरू किया? पुलों के टूटने व भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।

By Sumita JaswalEdited By: Publish:Sat, 19 Sep 2020 08:31 PM (IST) Updated:Sat, 19 Sep 2020 08:31 PM (IST)
Bihar Assembly Election 2020: तेजस्‍वी यादव ने कहा, सीएम नीतीश कुमार पर उम्र का असर साफ झलक रहा
Bihar Assembly Election 2020: तेजस्‍वी यादव ने कहा, सीएम नीतीश कुमार पर उम्र का असर साफ झलक रहा

पटना, राज्य ब्यूरो । Bihar Assembly Election 2020: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर उम्र का असर और हार का डर साफ झलक रहा है। पर्यावरणविद (Environmentalist) बनने से पहले वे बताएं कि उन्होंने साढ़े 24 हजार करोड़ रुपये की जल-जीवन-हरियाली सह लूट योजना को 15 साल पहले क्यों नहीं शुरू किया। तेजस्वी ने कहा कि सरकार को इस सच्चाई को भी स्वीकार करना चाहिए कि नीतीश कुमार की मेहनत से गंदगी के मामले में बिहार के छह शहर देश के टॉप-10 में आ गए हैं।

नेता प्रतिपक्ष ने बिहार में पुलों के लगातार टूटने और भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पहुंच पथ के बिना पुल-पुलिया बनाकर राज्य में निर्माण के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। गोपालगंज में 263 करोड़ और 509 करोड़ के दो बड़े सेतु के टूटने के बाद किशनगंज में करोड़ों की लागत से निर्माणाधीन पुल टूट गया है। समझ नहीं आता, इस सरकार में लगातार पुल कैसे टूट रहे हैं? तेजस्वी ने कहा कि किसी भी निर्माण और पुल का सबसे पहले डिजाइन बनाया जाता है। निर्माण से पहले स्थल का निरीक्षण कर मिïट्टी का परीक्षण किया गया होगा, उसके बाद पुल के पिलर के फाउंडेशन के डेप्थ का डिजाइन किया गया होगा। फिर डेक स्लैब का डिजाइन हुआ होगा। आवागमन को देखते हुए छोटी बड़ी नदियों के पानी के बहाव के जरुरत के अनुसार ब्रिज का निर्माण होता है।

ठेकेदारों एवं अभियंताओं की मिलीभगत से करोड़ों रुपये का घोटाला

तेजस्वी ने कहा कि सत्ता पक्ष के किसी भी व्यक्ति को बिना तकनीकी जानकारी के टूटे पुल के बारे में नहीं बोलना चाहिए कि नदी में अधिक पानी के कारण पुल का नुकसान हुआ है। विशेषज्ञों की राय है कि फाउंडेशन के कार्य में ठेकेदारों एवं अभियंताओं की मिलीभगत से करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया है, साथ ही डैमेज ब्रिज से स्पष्ट होता है कि ब्रिज के फाउंडेशन के ऊपर किया गया कार्य भी क्वालिटी एवं पारामीटर के अनुसार नहीं किया गया है।

chat bot
आपका साथी