Bihar Election 2020: वोटरों को पटाने के लिए रोज बदलने पड़ रहे बोल, कपड़े फाड़कर रिझाने में लगे नेताजी

Bihar Assembly Election 2020 विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान वोटरों को खुश करने के लिए नेता मुद्दे बदल रहे हैं। विकास से शुरू बात रोजगार से होत हुए पाकिस्‍तान आंतकवाद व जिन्‍ना तक पहुंच गया। वोटारों को खुद करने के लिए नेता अब कपड़े तक फाड़ते दिख रहे हैं।

By Amit AlokEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 12:09 PM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 04:51 PM (IST)
Bihar Election 2020: वोटरों को पटाने के लिए रोज बदलने पड़ रहे बोल, कपड़े फाड़कर रिझाने में लगे नेताजी
बिहार विधानसभा चुनाव में नेताओ के चुनाव प्रचार का प्रतीकात्‍मक कार्टून।

पटना, अरुण अशेष। वोटर को हंसाने या खुश करने के परंपरागत नुस्खे पर किसी को भरोसा नहीं है। इसलिए कई तरह के रूप बनाए जा रहे हैं। बोलियां निकाली जा रही हैं। किसी दल के स्टार प्रचारक एक विषय पर केंद्रित नहीं हो पा रहे हैं। कुछ भी बोले जा रहे हैं। पता नहीं कि वोटर किस बात पर खुश हो जाए। राेजगार से जम्‍मू-कश्‍मीर, आतंकवाद, वाकिस्‍तान व जिन्‍ना तक बात पहुंच गई है। वोटरों को लुभाने के लिए गला फाड़ने से बात नहीं बनती देख नेता कपड़े तक फाड़ने लगे हैं।

विकास से राजेगार तक आई बात

एक राय बनी थी कि चुनाव के केंद्र में विकास ही रहेगा। विकास के अलावा और किसी मुद्दे पर वोट नहीं मांगा जाएगा। प्रचार अभियान आगे बढ़़ रहा है। रोजगार बीच में आ रहा है। अब रोजगार के सवाल पर कई बोल निकल रहे हैं। तेजस्वी कह रहे है-हम 10 लाख लोगों को नौकरी देंगे। सवाल पूछा जा रहा है कि आखिर इनके लिए वेतन कहां से आएगा। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूछते हैं-क्या रुपया आकाश से आएगा। क्या जाली नोट दिए जाएंगे। क्या घोटाले के रुपये से वेतन दिया जाएगा, जिसके लिए जेल गए हैं। तेजस्वी का जवाब भी वैसा ही है- सृजन घोटाला और शराब माफियाओं से जो सरकार को अभी आमदनी हो रही है, उसी पैसे से नए बहाल लोगों को वेतन देंगे। भाजपा के फायरब्रांड प्रवक्ता संबित पात्रा कह रहे हैं कि तेजस्वी नौकरी कहां से देंगे। उनके पिता के दौर में नौकरी के एवज में जमीन लिखवा ली जाती थी। वे जमीन हड़पने की योजना चलाएंगे। भाजपा ने 19 लाख लोगों को रोजगार देने का एलान कर दिया है। बहस के लिए नया विषय मिल गया है।

फिर जम्मू-कश्मीर से जिन्ना तक की एंट्री

पहले चरण के प्रचार में ही जम्मू-कश्मीर, आतंकवाद, जिन्ना और पाकिस्तान की चर्चा हो चुकी है। ट्रंप और बिडेन भी आ चुके हैं। अब बेहतर जीडीपी के लिए बंगलादेश की बात हो रही है। तेजस्वी यादव पूछ रहे हैं-क्या बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग अमेरिकन राष्ट्रपति ट्रंप से की जाएगी। जम्मू-कश्मीर-आतंकवाद पर गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय तो जिन्ना-पाकिस्तान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बोल चुके हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के एक टवीट का हवाला बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में दिया। मतलब कि वोटर शिशु को खुश करने के लिए हर तरह के करतब किए जा रहे हैं।

अब गलाफाड़ से कपड़ाफाड़ तक बने नेताजी

गला फाड़ भाषण से काम नहीं चल रहा है। समस्तीपुर जिला के रोसड़ा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस उम्मीदवार नागेंद्र कुमार विकल ने मंच पर ही कुर्ता फाड़ लिया। घोषणा की-जबतक रोसड़ा को जिला नहीं बनवाएंगे, कुर्ता नहीं पहनेंगे। सोशल मीडिया पर मजाक चल रहा है-पैंट शर्ट तो पहनेंगे न। भैंस और बैलगाड़ी पर सवार होकर जनता को रिझाने की कोशिश पहले हो चुकी है।

chat bot
आपका साथी