बिेहार: जहानाबाद में बीच सड़क पर एम्बुलेंस रूकते ही चीखी युवती, भीड़ जमा हो गई, मगर कोई मदद को आगे नहीं आया
कोविड महामारी ने लोगों को निष्ठुर बना दिया है। बिहार के जहानाबाद में ऐसे ही एक घटना ने हर किसी को हतप्रभ कर दिया। एम्बुलेंस चालक के बीच सड़क पर गाड़ी रोकते ही युवती के चीखने-चिल्लाने की आवाज आने लगी। भीड़ जमा हो गई मगर किसी ने मदद नहीं की
जहानाबाद, जागरण संवाददाता । लोग कभी इतने निष्ठुर हो जाएंगे इसकी कल्पना विधाता ने भी नहीं की होगी। उसे यह कभी एहसास नहीं होगा की जिसे वह अपने सृष्टि का सबसे समझदार प्राणी बना रहा है, वह इस कदर बर्ताव करेगा। जी हां स्थानीय अरवल मोड़ के समीप कुछ ऐसा ही वाकया हुआ। दृश्य ने सभी को कुछ देर के लिए हतप्रभ कर दिया।
यहां आनन-फानन में एक एंबुलेंस आकर रुकी और उससे एक वृद्ध महिला के मृत शरीर को निकाल कर सड़क पर रख दिया गया। फिर तत्काल एंबुलेंस चालक गाड़ी के साथ चलता बना। शुरुआत में तो लोगों को कुछ समझ में नहीं आया लेकिन उसके साथ एक युवती के चीखने चिल्लाने पर वहां लोगों की भीड़ लग गई। लेकिन भीड़ तमाशबीन बनकर पूरे मामले को देखती रही। किसी ने भी मदद को हाथ नहीं बढ़ाया। इसी बीच नगर थाने की पुलिस वहां पहुंची और शव को सरकारी एंबुलेंस से सदर अस्पताल तक पहुंचाया गया।
बीच सड़क पर शव रखकर फरार हुआ चालक
दरअसल मृतका घोसी थाना क्षेत्र के भारथु निवासी दिनेश सिंह की पत्नी इंदू देवी उम्र 63 वर्ष बताई जाती है। ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मामूली तबीयत खराब होने पर वह गांव से एक ऑटो रिजर्व कर इलाज के लिए जहानाबाद आई थी। जहानाबाद में कृष्ण महिला कॉलेज के समीप उसकी बेटी भी रहती थी। जो मां के बुलावे पर यहां आई थी। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि आखिर मृतका ऑटो से एंबुलेंस पर कैसे चली गई। लोगों द्वारा यह कयास लगाए जा रहे हैं की महिला किसी निजी क्लीनिक में इलाज के लिए गई होगी। जहां से स्थिति गंभीर देख उसे एंबुलेंस से पटना के लिए रेफर किया गया होगा। लेकिन इसी बीच मृत्यु हो जाने पर एंबुलेंस चालक उसे बीच सड़क पर हीं छोड़कर भाग खड़ा हुआ।
पिंड छुडाने के लिए भागा चालक
इधर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा केके चौधरी पूरे मामले से अनभिज्ञता जाहिर कर रहे हैं। दरअसल कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण गैर तो दूर की बात अपने भी मृत शरीर के आसपास से दूर रहना हीं मुनासिब समझ रहे हैं। एंबुलेंस चालक भी पूरे मामले से पिंड छुड़ाने के उद्देश्य से शव को छोड़कर फरार हो गया। कोरोना से सतर्कता आवश्यक जरूर है, लेकिन मानवीय संवेदनाओं को इस तरह शून्यता पर पहुंचाना भी कहीं से उचित प्रतीत नहीं होता है। इधर नगर थानाध्यक्ष रविभूषण ने बताया कि महिला सदर अस्पताल में इलाज को लेकर आई थी। स्वास्थ्य कर्मियों ने उसे कोरोना जांच किया तो पॉजिटिव पाया। महिला की तबियत अधिक खराब होते देखे चिकित्सकों ने उसे पटना रेफर कर दिया। सदर अस्पताल से निकलते ही उसकी मौत हो गई।