बिहार के किसानों के लिए बड़ी खबर, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और सहरसा में जल्‍द खुलेंगी क्षेत्रीय प्रयोगशालाएं

बिहार में खाद की जांच के लिए बनी क्षेत्रीय प्रयोगशालाएं शीघ्र शुरू होंगी भागलपुर मुजफ्फरपुर और सहरसा में तत्काल हो सकेगी कीटनाशियों के साथ अन्य खादों के नमूनों की जांच खरीफ बीजों की ज्यादा से ज्यादा जांच कराना सुनिश्चित करें

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 07:01 PM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 07:01 PM (IST)
बिहार के किसानों के लिए बड़ी खबर, भागलपुर, मुजफ्फरपुर और सहरसा में जल्‍द खुलेंगी क्षेत्रीय प्रयोगशालाएं
बिहार में किसानों के हित में सरकार का बड़ा कदम। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के तीन प्रमंडलीय मुख्यालयों में शीघ्र ही खाद व कीटनाशियों के नमूने की जांच शीघ्र शुरू होगी। कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को विभागीय समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिया।

उन्होंने गुण नियंत्रण प्रयोगशाला की समीक्षा के क्रम में रसायनिक उर्वरक, कार्बनिक उर्वरक, जैव उर्वरक एवं कीटनाशी के नमूनों की जांच लक्ष्य को बढ़ाने के भी निर्देश दिए। मंत्री ने दो टूक कहा कि किसान हित में हर हाल में खादों की गुणवत्ता से संबंधित जांच ज्यादा से ज्यादा सुनिश्चित कराएं।

संविदा के आधार पर होगी नियुक्ति

कृषि मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को तत्काल भागलपुर, मुजफ्फरपुर और सहरसा में क्षेत्रीय गुण नियंत्रण प्रयोगशाला में शुरू कराने पर जोर दिया। कहा कि अमानक पाए जाने वाले नमूनों से संबंधित कंपनियों व प्रतिष्ठानों के खिलाफ नियामनुकूल कार्रवाई तत्काल की जाए। प्रयोगशाला संचालन के लिए आवश्यक तकनीकी मानवबल की नियुक्ति संविदा के आधार पर करने के निर्देश दिए।

कृषि अधिकारियों को दी जाएगी ट्रेनिंग

उन्होंने कहा कि सभी प्रयोगशालाओं को सुदृढ़ के लिए कृषि स्नातक/रसायन विषय के साथ स्नातक प्रखंड कृषि पदाधिकारी/समकक्ष पदाधिकारी को केंद्रीय गुण नियंत्रण एवं प्रशिक्षण संस्थान फरीदाबाद में प्रशिक्षण दिलाएं। बीज विश्लेषण प्रयोगशाला के समीक्षा के क्रम में निदेश दिया कि बीज उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण घटक है इसलिए बीज की गुणवत्ता सुनिश्चित करें। बाजार में बिकने वाली बीज के गुणवत्ता नियंत्रण हेतु लिया जाता है, का लक्ष्य खरीफ एवं रबी में अधिक संख्या में जांच की जाए।

बैठक में ये अधिकारी रहे मौजूद

समीक्षा बैठक में कृषि सचिव  एन सरवण कुमार, कृषि निदेशक आदेश तितरमारे, निदेशक, भूमि संरक्षण  बैंकटेश नारायण सिंह, संयुक्त निदेशक (रसायन), केंद्रीय मिट्टी जांच प्रयोगशाला आदित्य नारायण राय, संयुक्त निदेशक (रसायन), गुण नियंत्रण उमेश कुमार चौधरी उपस्थित थे।

स्थानीय भाषा में जागरूकता संदेश

कृषि मंत्री ने निर्देश दिया है कि किसानों को ससमय आम भाषा (स्थानीय) में मौसम से संबंधित जानकारी और कृषि कार्य से संबंधित संदेश भेजने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। कम्पोस्ट एवं बायोगैस की समीक्षा के क्रम में व्यावसायिक वर्मी कम्पोस्ट योजना में पूर्व से लंबित अनुदान उपलब्ध कराएं। प्रमंडल स्तर पर कार्यरत चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला को और अधिक क्रियाशील बनाने के निर्देश दिए।

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