लालू-राबड़ी राज में सीएम आवास में रची जाती थी हत्या की साजिश, बिहार के पूर्व CM मांझी का बड़ा बयान
मांझी ने चुनाव प्रचार के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि लालू-राबड़ी राज में सीएम आवास में हत्या की साजिश रची जाती थी। राजद के शासन काल में सूटकेस में भर-भरकर पैसे सीएम आवास में जाते थे। मांझी ने कहा कि भ्रष्टाचार का मैं स्वयं गवाह हूं।
जागरण टीम, पटना। बिहार में मंगलवार को राजनीतिक पारा चढ़ गया है। पहले नीतीश पर लालू ने बयान दिया कि मैं उनका विसर्जन करने आया हूं, अब राजद सुप्रीमो के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बड़ा बयान दिया है। मांझी ने कुशेश्वरस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि लालू-राबड़ी राज के दौरान मुख्यमंत्री आवास में हत्या की साजिश रची जाती थी। उन्होंने कहा कि राजद के शासन काल में सूटकेस में भर-भरकर पैसे सीएम आवास में जाते थे। मांझी ने कहा कि इस भ्रष्टाचार का मैं स्वयं गवाह हूं।
मांझी मंगलवार को कुशेश्वरस्थान के ग्यासपुर में एनडीए समर्थित जदयू प्रत्याशी अमन भूषण हजारी के समर्थन में आयोजित सभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं उनके (लालू-राबड़ी) साथ सरकार में रहा हूं। तब मैंने देखा था, हत्या की साजिश एक अणे मार्ग में होती थी और सूटकेस पहुंच जाता था। अगले दिन जब हत्या होती थी तो वो वहां पहुंच जाते थे। आज भी जो आपराधिक घटनाएं हो रही हैं, उनमें से 70 प्रतिशत में राजद के लोग शामिल होते हैं।
जबतक मांझी-सहनी हैं सीएम नीतीश रहेंगे
मांझी ने कहा कि कांग्रेस नेता भक्त चरण दास को भकचोन्हर कहकर लालू ने पूरी अनुसूचित जाति का अपमान किया। उन्होंने कहा कि लालू अपने बयान पर माफी नहीं मांगेंगे, मैं उन्हें जानता हूं। उनके लिए अपना परिवार ही मुख्य है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए पूरा बिहार उनका परिवार है। मांझी ने कहा कि लालू तो कहते थे सुअर चरानेवाले, भैंस चरानेवाले.... पढ़ो और खोल दिया चरवाहा विद्यालय। लालू तो हम सबको चरवाहा बनाना चाहते थे। सुशासन की सरकार आई तो स्कूलों की दशा बदली। नए स्कूल खुले और शिक्षा का संचार हुआ। मांझी ने तेजस्वी यादव पर भी हमला किया। कहा कि नेता प्रतिपक्ष कहते हैं कि चुनाव को जीतने के बाद सरकार बदल देंगे। कौन गणित पढ़े हैं कि संख्या बल भी नहींं समझ आ रहा। जबतक जीतन राम मांझी है, मुकेश सहनी हैं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही रहेंगे। सपने देखना छोड़ दें।