बिहार में टला बड़ा रेल हादसाः चटकी पटरी पर गुजरने से बची यात्रियों से भरी भभुआ इंटरसिटी एक्सप्रेस
पटना से सटे तारेगना रेलवे स्टेशन के समीप रेल पटरी चटक गई। इसके पहले भभुआ-गया इंटरसिटी गुजरती कि ट्रेक मैन की नजर चटकी पटरी पर पड़ गई। तुरंत रेल प्रशासन को सूचना देकर ट्रेन को रुकवाया गया। जानकारी मिलने पर पहुंचे इंजीनियरों ने पटरी को दुरुस्त किया।
जागरण टीम, पटना। बिहार में गुरुवार की सुबह बड़ा रेल हादसा टल गया। पटना से सटे तारेगना रेलवे स्टेशन के समीप रेल पटरी चटक गई। इसके पहले भभुआ-गया इंटरसिटी गुजरती कि ट्रेक मैन की चटकी पटरी पर नजर पड़ गई। तुरंत रेल प्रशासन को सूचना देकर ट्रेन को रुकवाया गया। जानकारी मिलने पर पहुंचे इंजीनियरों ने पटरी को दुरुस्त किया, जिसके बाद परिचालन दोबारा शुरू हो सका। इस दौरान करीब 45 मिनट तक भभुआ-गया इंटरसिटी को तारेगना स्टेशन पर रोके रखा गया। गनीतम रही कि चटकी पटरी से कोई ट्रेन नहीं गुजरी। रेलवे प्रसाशन की की सूझबूझ से बड़ा रेल हादसा होने से टल गया।
ट्रैक मैन की पड़ी चटकी पटरी पर नजर
मिली जानकारी के अनुसार पटना-गया रेलखंड के तारेगना रेलवे स्टेशन से आगे प्रखंड कार्यालय के समीप पटरी चटक गई। सुबह करीब नौ बजे वहां से गुजर रहे एक ट्रैक मैन की नजर पटरी पर पड़ी। उसने देखा कि पटरी चटकी हुई है। इसके बाद तुरंत ट्रैक मैन ने इसकी सूचना रेल प्रशासन को दी। इसके पहले कि भभुआ-गया इंटरसिटी एक्सप्रेस वहां से गुजरती तुरंत ट्रेन को रोक दिया गया।
45 मिनट तक रोकी गई भभुआ-गया इंटरसिटी
सूचना मिलने पर पहुंचे इंजीनियरों ने पटरी को दुरुस्त किया, जिसके बाद ट्रेनों का परिचालन सामान्य हो सका। पटरी चटकने से करीब 45 मिनट तक भभुआ-गया इंटरसिटी को तारेगना स्टेशन पर रोककर रखा गया। इस मामले को लेकर रेल अधिकारियों ने बताया कि जाड़े के दिनों में रेल पटरी पर इस तरह का फैक्चर होता रहता है। रेल कर्मी के सचेत रहने से ट्रेन के गुजरने से पहले ट्रेन की मरम्मत कर ली गई है। हालांकि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि अगर ट्रेन चटकी पटरी पर आ जाती तो बड़ा रेल हादसा हो सकता था। बताते चलें कि रेल पटरी चटकने का अधिकतर मामला बिहार के बक्सर से आता है। राहत की बात ये है कि इधर बीच पटरी चटकने की खबरें तो आई हैं पर कोई हादसा नहीं हुआ है।