बिहार के सरकारी स्कूलों में बड़े अभियान की तैयारी, सवा दो करोड़ बच्चों का तैयार होगा पोषण कार्ड

बिहार सरकार अब सरकारी स्कूलों में पोषण को लेकर बड़ा अभियान चलाने जा रही है। इसके तहत आठवीं तक के सवा दो करोड़ बच्चों काे शामिल किया जा रहा है। स्कूलों की हर कक्षा में पोषण मॉनीटर भी बनाए जाएंगे।

By Amit AlokEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 05:14 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 05:47 PM (IST)
बिहार के सरकारी स्कूलों में बड़े अभियान की तैयारी, सवा दो करोड़ बच्चों का तैयार होगा पोषण कार्ड
बिहार के सरकारी स्कूलों में बच्चों का तैयार होगा पोषण कार्ड। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार सरकार स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अप्रैल से पोषण कार्ड अभियान चलाने जा रही है। इस अभियान के तहत पहली से आठवीं कक्षा तक के करीब सवा दो करोड़ बच्चों का पोषण कार्ड तैयार किया जाएगा, ताकि कुपोषण के खिलाफ जंग में और सफलता हासिल की जा सके। विदित हो कि बिहार में बच्‍चों के कुपोषण के आंकड़े चिंताजनक हैं। सरकार इसे लेकर गंभीर नजर आ रही है।

आठवीं तक के सवा दो करोड़ बच्चों का तैयार होगा पोषण कार्ड

राज्‍य का शिक्षा विभाग आठवीं कक्षा तक के करीब सवा दो करोड़ बच्चों का पोषण कार्ड तैयार करने जा रहा है। इस पोषण कार्ड में बच्चों की सेहत से जुड़ी सारी जानकारी मौजूद होगी। यानि बच्चे की उम्र, लंबाई, वजन कितना है, वह नाश्ता करता या नहीं, में क्या खाता है, अंतिम बार बीमार कब हुआ था, आदि पूरा ब्यौरा मौजूद होगा। शिक्षा मंत्रालय ने इसे लेकर एक विस्तृत योजना तैयार कर राज्य सरकार को अमल के लिए भेजा है।

स्कूलों की हर कक्षा में अब तैनात किया जाएगा पोषण मॉनीटर

शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार के मुताबिक केंद्र सरकार ने स्कूलों में बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए कुपोषण से निपटने के लिए एक और बड़ी पहल की है, जिसमें स्कूलों की प्रत्येक कक्षा में अब एक पोषण मॉनीटर तैनात किया जाएगा। वह कक्षा में पढ़ने वाले प्रत्येक बच्चे पर सिर्फ इस बात को लेकर निगाह रखेगा कि बच्चे ने खाने से पहले हाथ साफ किया था या नहीं, उसके नाखून कटे हुए है या नहीं, आदि।

अपने निर्देश में मंत्रालय ने इसके साथ ही कुपोषण से निपटने के लिए पहले से उठाए जा रहे कदमों को जारी रखने पर भी जोर दिया है। जिसमें उन्हें मिड-डे मील के तहत अच्छी गुणवत्ता वाला खाना देने जैसी पहल शामिल है।

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