बिहार में नए राजनीतिक समीकरण का संकेत, कांग्रेस ने CM नीतीश को बताया लालू से अधिक सेक्‍युलर

Bihar Politics बिहार में महागठबंधन छोड़ने के बाद कांग्रेस अब आरजेडी पर लगातार हमलावर है। कांग्रेस ने कहा है कि लालू प्रसाद यादव से अधिक सेक्‍यूलर मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार हैं। कांग्रेस का यह बयान किसी बड़े राजनीतिक समीकरण का संकेत माना जा रहा है।

By Amit AlokEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 10:38 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 03:30 PM (IST)
बिहार में नए राजनीतिक समीकरण का संकेत, कांग्रेस ने CM नीतीश को बताया लालू से अधिक सेक्‍युलर
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एवं मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार। फाइल तस्‍वीरें।

पटना, स्‍टेट ब्‍यूरो। Bihar Politics बिहार में कल तक महागठबंधन (Mahagathbandhan) में साथ रहे कांग्रेस (Congress) व राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच तल्‍खी बढ़ती जा रही है। ताजा बयान बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष अनिल शर्मा का है। उन्‍होंने जनता दल यूनाइटेड (JDU) को आरजेडी से अधिक धर्मनिरपेक्ष (Secular) करार दिया है। कहा है कि मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) भले हीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं, लेकिन धर्मनिरपेक्षता (Secularism) के मुद्दे पर उनका अपना अलग स्‍टैंड है। जबकि, लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने न केवल भागलपुर दंगे (Bhagalpur Riot) की रिपोर्ट दबाकर रखी, बल्कि बीजेपी के साथ मिलकर सरकार भी चलाई। महागठबंधन से अलग होने के बाद अब कांग्रेस के इस बयान के बाद बिहार में सियासत गर्म (Politics Heats-Up) हो गई है। इसे किसी नए राजनीतिक समीकारण (New Political Equation) का संकेत भी माना जा रहा है।

लालू प्रसाद के बिहार आने के ऐन पहले कांग्रेस ने उनपर बड़ा हमला बोला है। कांग्रेस ने कहा है कि लालू ने धर्म निरपेक्षता को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। जिन्होंने भागलपुर दंगे के मुख्य आरोपी को सद्भावना पुरस्कार के लिए सरकारी बंगला तक मुहैया करा दिया।

लालू से अधिक धर्मनिरपेक्ष हैं नीतीश

प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने रविवार को कहा कि सहयोगी आरजेडी ने कांग्रेस को धोखा देकर कुशेश्वरस्थान सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया। अब उनके प्रवक्ता दावा कर रहे हैं कि आरजेडी सबसे बड़ा धर्म निरपेक्ष दल है। सेक्युलर वोट आरजेडी को मिलेगा। लेकिन वे जनता को कैसे बताएंगे कि उनकी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने अपने 15 वर्षों के शासनकाल में भागलपुर दंगे की जांच रिपोर्ट को दबाए रखा। उनसे बड़े धर्म निरपेक्ष तो नीतीश कुमार हैं। नीतीश कुमार ने भागलपुर दंगे के पीडि़तों को न्‍याय दिलाने का काम किया। नीतीश कुमार बीजेपी के साथ रहते हुए भी धर्मनिरपेक्षता पर अलग स्‍टैंड रखते हैं। उन्‍होंने नीतीश को लालू से अधिक धर्मनिरपेक्ष बताया है।

छात्र जीवन से बीजेपी के साथ रहे लालू

कांग्रेस के पूर्व अध्‍यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि लालू प्रसाद छात्र जीवन से ही आरएसएस और बीजेपी के सहयोग से अपनी राजनीति करते रहे हैं। छात्र संघ का चुनाव भी उन्होंने आरएसएस के फ्रंटल संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सहयोग से जीता था। 1990 में भी उनकी सरकार बीजेपी के सहयोग से ही बनी थी। अनिल शर्मा ने कहा लालू प्रसाद की राजनीति अवसरवाद, मौकापरस्ती और सांप्रदायिकता पर आधारित है, इसलिए कभी उन्हें स्पष्ट बहुमत नहीं मिला।

लालू ने कांग्रेस का हमेशा किया शोषण

उन्‍होंने कहा कि लालू लगातार कांग्रेस का शोषण और दोहन करते रहे हैं। वे कांग्रेस के साथ दूसरे सेक्युलर दलों को कमजोर करके रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा इसीलिए इनसे कांग्रेस का पांच बार संबंध टूटा है। कांग्रेस उनसे अलग होकर 2000, 2005 इसके बाद 2009, 2010 में चुनाव लड़ी। 2021 का उपचुनाव भी अकेले लड़ रही है। जनता खुद ही तय कर लेगी कि वह किस प्रकार के धर्म निरपेक्ष लोगों के साथ जाएगी।

आरजेडी के माई समीकरण पर हमला

बिहार विधानसभा उपचुनाव की दो सीटों को लेकर आरजेडी और कांग्रेस की तकरार अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। कांग्रेस महागठबंधन से अलग होकर दोनों सीटों पर आरजेडी को टक्‍कर दे रही है। भारतीय कम्‍युनिस्‍ट पार्टी (CPI) से कांग्रेस में आए कन्‍हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) अब आरजेडी सु्प्रीमो लालू प्रसाद यादव तथा उनके बेटों तेजस्‍वी व तेज प्रताप पर हमलावर हैं। आरजेडी भी कांग्रेस को निशाने पर ले रहा है। घात-प्रतिघात के बीच अब कांग्रेस ने आरजेडी के मुस्लिम-यादव समीकरण (MY Equation) पर हमला करते हुए भागलपुर दंगे की याद दिलाते हुए धर्मनिरपेक्षता का सवाल उठाया है।

बयान पर गरमाई बिहार की सियासत

कांग्रेस के इस बयान पर अब सियासत तेज है। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए आरजेडी के प्रवक्‍ता मृत्‍युंजय तिवारी ने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं। वे बकबक कर रहे हैं। ऐसे नेता पार्टी को दीमक की तरह चाट रहे हैं। उधर, जेडीयू प्रवक्‍ता अभिषक झा ने कहा कि यी नीतीश कुमार का काम है कि विरोधी भी तारीफ करते हैं। बीजेपी के प्रवक्‍ता अरविंद सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने काम किया है। जबकि, लालू ने परिवार का विकास किया है। बीजेपी नीतीश कुमार के साथ है।

नए राजनीतिक समीकरण का संकेत

हाल ही में कांग्रेस के बिहार प्रभारी भक्‍त चरण दास (Bhakta Charan Das) ने आरजेडी पर बीजेपी से सांठगांठ का आरोप लगाया था। कांग्रेस नेता कन्‍हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) ने भी कहा था कि कांग्रेस को छाेड़कर कोई ऐसी पार्टी नहीं जिसने कभी न कभी बीजेपी से सांठ-गांठ नहीं की हो। अब कांग्रेस ने बीजेपी के साथ सरकार चला रहे जेडीयू की तारीफ की है। इस बीच जेडीयू व बीजेपी के बीच शीत-युद्ध BJP-JDU Cold War) की भी चर्चा होती रही है। ऐसे में कांग्रेस का यह बयान महत्‍वपूर्ण हो जात है। इसे किसी नए राजनीतिक समीकरण का संकेत माना जा हा है। हालांकि, इस बाबत जेडीयू या कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।

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