पटना में हवाई यात्रियों को फर्जी कोरोना रिपोर्ट देने के मामले में बड़ी कार्रवाई, पैथोलाजी सेंटर सील
एयरपोर्ट के समीप प्लाज्मा डायग्नोस्टिक सेंटर पर कार्रवाई। टिकट लेने व बोर्डिंग पास लेते समय करते थे यात्रियों से संपर्क। सिविल सर्जन ने एयरपोर्ट निदेशक की शिकायत के आलोक में यह कार्रवाई की है। कई यात्रियों की फर्जी रिपोर्ट मिलने के बाद हड़कंप मचा था।
पटना, जागरण संवाददाता। हवाई यात्रा के लिए आनन-फानन में फर्जी आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट (RTPCR Report) मुहैया कराने वाले एक डायग्नोस्टिक सेंटर को बुधवार को पटना के शास्त्रीनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा. अविनाश कुमार सिंह के आवेदन पर अवैध टेस्ट करने, क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के तहत निबंंधन नहीं कराने, फर्जी रिपोर्ट देने और कोविड प्रोटोकाल का पालन नहीं करने के आरोप में मामला दर्ज कराया गया है। मौके से चार प्रतिष्ठित पैथोलाजी लैब की रसीदें व बिल जब्त किए गए हैं। सिविल सर्जन डा. विभा कुमारी सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट अथारिटी ने राजा बाजार स्थित प्लाज्मा डायग्नोस्टिक सेंटर (Plasma Dignostic Center) की शिकायत की थी। जांच में उसके यहां से आरटी-पीसीआर जांच करने वाली कई पैथालाजी केंद्रों के लेटरहेड मिले हैं। इसे देखते हुए उस केंद्र को बंद करा दिया गया है।
दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी रिपोर्ट
बताते चलें कि बीते 24 सितंबर को दैनिक जागरण ने हवाई यात्रा के लिए 10 मिनट में मिलती फर्जी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। सिविल सर्जन ने बताया कि शिकायत मिली थी कि डायग्नोस्टिक सेंटर के कर्मचारी हवाई यात्रा के लिए टिकट लेने वालों को अपने विजिटिंग कार्ड देकर आरटीपीसीआर रिपोर्ट तुरंत मुहैया कराने की जानकारी देते थे। इसके अलावा वे बोर्डिंग पास लेने वालों और उनके स्वजन को इसे जरूरी बताते हुए 1500 से दो हजार में आरटीपीसीआर रिपोर्ट के प्रबंध करने का दावा करते थे। वे लोग अगस्त से ही इस कार्य में लगे थे।
शिकायत के बाद की गई कार्रवाई
कई एयरलाइंस के प्रबंधकों ने एयरपोर्ट अथारिटी के डायरेक्टर को सूचना दी थी कि कुछ यात्री फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट पर यात्रा कर रहे हैं। जांच-पड़ताल के बाद 15 सितंबर को निदेशक ने डीएम को पत्र लिखा और कुछ यात्रियों का हवाला देते हुए फर्जी जांच रिपोर्ट मुहैया कराने वाले रैकेट पर कार्रवाई की मांग की थी। इस आलोक में जांच केंद्र को सील किया गया है।