कोरोना को हराकर लौटा भोजपुरी का बड़ा गायक, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे की पहल पर हुआ पटना एम्‍स में इलाज

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य राज्‍य मंत्री और बक्‍सर के सांसद अश्‍व‍िनी चौबे की पहल के बाद चर्चित लोकगीत गायक को एम्‍स में भर्ती किया गया था। इससे पहले उनका इलाज पटना के ही एक निजी अस्‍पताल में हो रहा था।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 04:39 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 04:39 PM (IST)
कोरोना को हराकर लौटा भोजपुरी का बड़ा गायक, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे की पहल पर हुआ पटना एम्‍स में इलाज
केंद्रीय मंत्री अश्‍व‍िनी चौबे और गायक विष्‍णु ओझा। फाइल फोटो

डुमरांव (बक्सर), जागरण संवाददाता। भोजपुरी के जाने-माने गायक विष्‍णु ओझा ने कोरोना वायरस को हराकर खुद को स्‍वस्‍थ कर लिया है। उनका इलाज पटना एम्‍स में हो रहा था। केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य राज्‍य मंत्री और बक्‍सर के सांसद अश्विनी चौबे की पहल के बाद चर्चित लोकगीत गायक को एम्‍स में भर्ती किया गया था। इससे पहले उनका इलाज पटना के ही एक निजी अस्‍पताल में हो रहा था। करीब 18 दिनों तक इलाज करवाने के बाद वे अपने घर लौट आए हैं। उन्‍होंने जागरण के पाठकों को संदेश दिया है कि आजकल तबीयत जरा भी खराब हो तो तुरंत कोविड-19 की जांच कराएं। ऐसा करके आप खुद के साथ ही अपने स्‍वजनों को भी सुरक्षित रख सकेंगे।

12 अप्रैल को बिगड़ी थी तबीयत

उन्‍होंने कहा कि पूरी सावधानी बरतें तो आपको कोरोना होगा ही नहीं। अगर हो जाता है तो घबराने की बजाय उसका डट कर मुकाबला करने की जरुरत है। भोजपुरी गायक ने बताया कि लगातार तीन दिनों तक आरा, पटना और बिहटा में सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान काफी परिश्रम व रतजगा के बाद 12 अप्रैल को अचानक तबीयत खराब हो गई। दो दिन बाद कुछ लोगों के कहने पर जिला मुख्यालय के सदर अस्पताल में कोविड-19 जांच कराया तो रिपोर्ट पॉजिटिव आ गया।

इंटरनेट से जानकारी मिलते ही सक्रिय हुए मंत्री

परिवार के लोगों ने हालत बिगड़ते देख पटना के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुई। इधर कोरोना संक्रमित होने की सूचना मेरे हजारों शुभचिंतकों द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गई। इसके बाद स्थानीय सांसद सह केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे को जानकारी हुई और इनके प्रयास पर एम्स पटना में भर्ती कराया गया।

समय रहते इलाज कराने से ही बचेगी जिंदगी

अस्पताल में लगातार 18 दिनों तक रहने के बाद कोरोना संक्रमण से मुक्ति तो मिल गई है, लेकिन थोड़ा बहुत कमजोरी है। अपने लोगों को संदेश देना चाहता हूं कि कोविड-19 जांच कराने में कोई लाज शर्म की बात नहीं है। अगर संक्रमण की बीमारी होगी तो समय रहते इलाज होगा और जिंदगी बच सकती है। फिलहाल अपने शुभचिंतकों के प्यार, दुलार और हौसला के बल पर मैंने कोरोना को हराया और नई जिंदगी मिली।

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