कैट के राष्ट्रव्यापी व्यापार बंद का पटना सहित बिहार में मिलाजुला असर

Bharat Bandh Bihar News व्‍यवसायी संगठनों और ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल का बिहार में कोई खास असर नहीं देखने को मिला। बिहार से गुजरने वाले जीटी रोड समेत अन्‍य सभी प्रमुख सड़कों पर वाहनों का आवागमन सामान्‍य रूप से जारी रहा।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 06:23 AM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 04:16 PM (IST)
कैट के राष्ट्रव्यापी व्यापार बंद का पटना सहित बिहार में मिलाजुला असर
पटना में फुलवारीशरीफ बाईपास रोड से गुजरता ट्रक। जागरण

पटना, बिहार ऑनलाइन डेस्‍क। Bharat Bandh in Bihar: जीएसटी के कुछ प्रविधानों के विरोध में कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (Confederation of All India Traders) की ओर से आहूत राष्ट्रव्यापी व्यापार बंद (Nationwide Strike) का पटना (Patna) सहित बिहार (Bihar) में मिलाजुला असर देखने को मिला। बंद समर्थक पटना में सड़क पर उतर गए, और जो दुकानें बंद नहीं थीं, उनसे शटर गिराने का आग्रह किया गया।

कैट का दावा- बिहार की 30 फीसद दुकानें बंद रहीं

कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के बिहार के चेयरमैन कमल नोपानी ने कहा कि जीएसटी के कुछ प्राविधानों के विरोध में भारत व्यापार बंद (Bharat Vyapar Bandh) को सभी व्यावसायिक संघों ने अपना समर्थन दिया था। बाजार में 30 फीसद के करीब दुकानें स्वत: बंद रहीं। अन्य दुकानों को बंद कराने के लिए कैट की टोली पटना में घूम-घूम कर आग्रह करती रही। 

पटना सिटी सहित पूर्णिया और छपरा में व्यापर प्रभावः कैट

कैट ने कहा कि पटना सिटी सहित पूर्णिया, छपरा आदि जिलों में बंद का व्यापक प्रभाव रहा। अन्य जिलों में मिलाजुला रुख रहा, हालांकि जीएसटी के जिन प्रावधानों का कैट विरोध कर रहा है, उसे सभी व्यावसायिक संघ अपना समर्थन दे रहे हैं। जीएसटी का जो मूल स्वरूप है उसे 900 से अधिक बार संशोधित कर बिगाड़ दिया गया है। 

जीएसटी कानून को लचीला बनाए जाने की मांग

अधिकारियों को इतना अधिकार दे दिया है कि वे बिना नोटिस, या सुनवाई किए बगैर ही जीएसटी रजिस्ट्रेशन रद कर सकते हैं। मामूली चूक पर बैंक खाता सीज करने, संपत्ति जब्त करने जैसे कड़े दंड का प्राविधान किया गया है। इससे व्यापारी हतोत्साहित हैं। ऐसे ही प्राविधानों का हम विरोध कर रहे हैं। सरकार से हमारी मांग है इस मसले पर गंभीरतापूर्वक विचार करे और जीएसटी से जुड़े कानूनों को लचीला बनाए जिससे हम उसका पालन कर सकें। 

चैंबर ऑफ कॉमर्स के अधिकारियों ने जताई अनभिज्ञता

व्‍यावसायिक संगठनों में बंद को लेकर आम सहमति नहीं होने की बात भी सामने आई। कट‍िहार जिले में चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्‍यक्ष ने दावा किया कि उनके जिले के व्‍यवसायी इस बंद से खुद को बाहर रखे हुए थे। उन्‍होंने कहा कि बंद को लेकर व्‍यवसायियों को पहले से कोई जानकारी नहीं दी गई। इधर, कैट के शाहाबाद प्रभारी बबलू कश्यप ने बताया कि शाहाबाद प्रक्षेत्र के चार जिलों भोजपुर, रोहतास, बक्‍सर और कैमूर में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक सांकेतिक बंद रखा गया।

जीटी रोड पर सामान्‍य दिनों की तरह चले ट्रक और अन्‍य वाहन

बंद का आह्वान जीएसटी (GST) नियमों के कुछ प्रविधानों के विरोध में किया गया था। बिहार से गुजरने वाले प्रमुख राष्‍ट्रीय राजमार्ग जीटी रोड पर वाहनों का परिचालन सामान्‍य दिनों की तरह ही दिखा। दिन चढ़ने के साथ दुकानें भी खुलने लगी थीं। हालांकि व्‍यवसायी संगठनों के द्वारा बंद के सफल होने का दावा किया जाता रहा। रोहतास जिले से कैट के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक अपनी दुकानें बंद रखीं। 

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