बेगूसराय से बीएसएफ जवान के लापता बच्‍चों का मिला सुराग, सौतेली मां के साथ रहते थे भाई-बहन

Bihar Crime बिहार के बेगूसराय जिले से गायब बीएसएफ जवान के दो लापता बच्‍चों को पुलिस ने आखिरकार ढूंढ निकाला है। इस बाबत सुराग बच्‍चों के स्‍वजनों से ही हाथ लगा। पुलिस पिता के साथ बच्‍चों को लेने रवाना हो गई है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 04:28 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 04:28 PM (IST)
बेगूसराय से बीएसएफ जवान के लापता बच्‍चों का मिला सुराग, सौतेली मां के साथ रहते थे भाई-बहन
बेगूसराय में दो बच्‍चों के अपहरण की जताई जा रही थी आशंका। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

बेगूसराय, जागरण संवाददाता। Bihar Crime: बिहार के बेगूसराय जिले से गायब बीएसएफ जवान के दो लापता बच्‍चों को पुलिस ने आखिरकार ढूंढ निकाला है। इस बाबत सुराग बच्‍चों के स्‍वजनों से ही हाथ लगा। बेगूसराय मुफस्सिल थाने में बच्‍चों के गायब होने की शिकायत दर्ज होते ही पुलिस हरकत में आ गई थी। कई लोग इसे अपहरण का मामला समझ बैठे थे अर्धसैनिक बल के जवान का मामला होने से पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। पुलिस ने तुरंत तमाम बिंदुओं पर तफ्तीश शुरू की और आखिरकार बच्‍चों का पता चल गया।

हुआ हैरान करने वाला खुलासा

मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सहजानंद नगर वार्ड 41 से बीएसएफ जवान के दो बच्चे 11 वर्षीय पुत्र लव कुमार व 9 वर्षीय पुत्री अमृता कुमारी लापता हो गए थे। पुलिस इनकी तलाश में 36 घंटे तक परेशान रही। अब पता चला है कि दोनों बच्चों को लखीसराय के अभयपुर गांव स्थित उनके ननिहाल वाले ले गए थे। बच्चों का सुराग मिलते ही स्वजनों के साथ मुफस्सिल पुलिस अभयपुर के लिए रवाना हो गई है।

सौतेली मां का एंगल आया सामने

मंगलवार की सुबह अचानक सहजानंद नगर से लखीसराय जिले के पिपरिया थाना क्षेत्र स्थित रामचंद्रपुर निवासी बीएसएफ शैलेन्द्र कुमार सिंह के दो बच्चे अचानक लापता हो गए थे। मंगलवार की दोपहर मुफस्सिल थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। दरअसल बच्चे सहजानंद नगर में अपनी सौतेली मां के साथ रहते थे।

2013 में हो गई थी बच्‍चों की मां की मौत

दोनों बच्‍चों की सगी मां की मौत 2013 में सांप काटने से हो गई थी। इसके बाद बीएसफ जवान ने बलिया थाना क्षेत्र के निरैलीपुर में दूसरी शादी रचा ली थी। बताया जा रहा है कि दंपती एक श्राद्धकर्म में भाग लेने अपने पैतृक गांव गए थे, इसी दौरान ननिहाल वाले बच्चों को अपने साथ लेते चले गए। इतने छोटे बच्‍चों को अकेले छोड़कर जाने से कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।

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