Patna, PNB Bank Fraud: बैंक मैनेजर हर महीने ग्राहकों के खातों से निकालता था पैसे, कई के खाली कर दिए अकाउंट

Patna PNB Bank Fraud गिरफ्तार बैंक मैनेजर नालंदा के बिंद थाना के निगराईन गांव के रामचंद्र प्रसाद का पुत्र रजनीश कुमार है। यूपी पुलिस ब्रांच मैनेजर को गोरखपुर लेकर चली गई। ब्रांच मैनेजर के विरुद्ध गबन का मामला दर्ज था और छह माह पहले से गिरफ्तारी वारंट निकला था।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 08:21 PM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 01:26 PM (IST)
Patna, PNB Bank Fraud: बैंक मैनेजर हर महीने ग्राहकों के खातों से निकालता था पैसे, कई के खाली कर दिए अकाउंट
पटना में बैंक मैनेजर ग्राहकों को बड़ा चूना लगा रहा था। सांकेतिक तस्वीर।

संवाद सूत्र, धनरुआ : पटना जिले के धनरुआ बाजार में पंजाब नेशनल बैंक के ब्रांच मैनेजर रजनीश को यूपी पुलिस ने सोमवार को एक फर्जीवाड़ा मामले में धनरुआ पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद बैंक में कामकाज ठप हो गया। गिरफ्तार बैंक मैनेजर नालंदा के बिंद थाना के निगराईन गांव के रामचंद्र प्रसाद का पुत्र रजनीश कुमार है। यूपी पुलिस ब्रांच मैनेजर को गोरखपुर लेकर चली गई। ब्रांच मैनेजर के विरुद्ध गबन का मामला दर्ज था और छह माह पहले से गिरफ्तारी वारंट निकला था।

जानकारी के मुताबिक, रजनीश कुमार पर यूपी के गोरखपुर के अकौना थाना की अकौना ब्रांच में मैनेजर रहने के दौरान फर्जीवाड़ा कर ग्राहकों का पैसा निकालने का मामला दर्ज था। मामला बैंक के आडिट में पकड़ा गया था। ब्रांच के कई ग्राहकों के खाते से हर माह तीन-चार हजार की अवैध निकासी की जाती थी। ग्राहक इससे अनभिज्ञ थे। ब्रांच में पासबुक अपडेट नहीं होती थी। आडिट रिपोर्ट के मुताबिक पैसे की निकासी ब्रांच मैनेजर की जानकारी में होती थी। ब्रांच मैनेजर के खिलाफ थाना में मामला दर्ज होते ही तबादला पटना के धनरुआ ब्रांच में हो गया। कई बार गोरखपुर पुलिस द्वारा लिखित पत्र देकर थाने में उपस्थित होकर मामले पर पक्ष रखने को कहा गया, लेकिन ब्रांच मैनेजर उपस्थित नहीं हुआ। उसके विरुद्ध 20 लाख से अधिक के गबन का मामला है। यूपी पुलिस के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि ब्रांच मैनेजर का एक गिरोह सक्रिय है जो ग्राहक के खाते से अवैध पैसे की निकासी करता है। 

पैरवी के लिए आ रहे थे फोन

गिरफ्तारी के बाद यूपी पुलिस को  पैरवी के लिए कई वरीय अधिकारियों के फोन आ रहे थे। धनरुआ पुलिस से भी पैरवी करने का आग्रह किया गया। यूपी पुलिस आनन-फानन में कागजी प्रक्रिया पूरी कर ब्रांच मैनेजर को साथ लेकर चली गई। गिरफ्तारी के बाद बैंक का कामकाज ठप हो गया।

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