बांग्लादेश में बैठा आतंकियों का आका करवा रहा था रेकी, निशाने पर थे नरेंद्र मोदी

एटीएस द्वारा सोमवार को गिरफ्तार किए गए दोनों आतंकियों के पास से कई संवेदनशील दस्तावेज बरामद हुए हैं। अपराधियों ने कई चौंकाने वाले खुलास भी किए हैं।

By Edited By: Publish:Tue, 26 Mar 2019 07:56 PM (IST) Updated:Wed, 27 Mar 2019 09:08 AM (IST)
बांग्लादेश में बैठा आतंकियों का आका करवा रहा था रेकी, निशाने पर थे नरेंद्र मोदी
बांग्लादेश में बैठा आतंकियों का आका करवा रहा था रेकी, निशाने पर थे नरेंद्र मोदी
पटना, जेएनएन। राजधानी में एक बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना थी। पटना जंक्शन के पास एटीएस द्वारा सोमवार को गिरफ्तार किए गए दोनों आतंकियों के निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा थी। इसके लिए बहुत पहले से प्लानिंग चल रही थी। बांग्लादेश के आतंकी संगठन जमीयत-उल-मुजाहिदीन और इस्लामिक स्टेट बाग्लादेश के सक्रिय सदस्य अबु सुल्तान और खैरू मंडल से पूछताछ में खुफिया एजेंसियों को यह जानकारी हाथ लगी है।

सामाजिक और धार्मिक माहौल बिगाड़ने की थी साजिश
आपको बता दें कि एटीएस ने सुरक्षा एजेंसियों की गुप्त सूचना पर सोमवार को स्टेशन के पास स्थित मुसाफिर खाने से दोनों को दबोचा था। जांच एजेंसी से जुड़े सूत्रों की मानें तो पकड़े गए दोनों आतंकी पीएम मोदी की होने वाली सभाओं के बारे में भी जानकारी जुटा रहे थे। बांग्लादेश में बैठे उनके आका ने उन्हें रेकी के लिए भारत भेजा था। चुनाव के दौरान चुनावी सभा में हिंसक घटनाओं को अंजाम देकर यहां के सामाजिक और धार्मिक माहौल को बिगाड़ने की साजिश थी। साथ ही धार्मिक स्थलों को निशाना बनाकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान अपनी ओर खींचने का इरादा था। इसके लिए दोनों आतंकवादी पिछले कई दिनों से भारत के विभिन्न जगहों पर घूम - घूमकर इसकी प्लानिंग और रेकी कर रहे थे।

हर मूवमेंट की लेनी थी जानकारी
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार आतंकवादियों की मंशा पीएम मोदी की सभा में आतंकी वारदात को अंजाम देकर उन्हें नुकसान पहुंचाने की थी। लिहाजा वे पीएम के चुनावी मूवमेंट की जानकारी भी हासिल कर रहे थे। दो अप्रैल को गया और जमुई में मोदी की चुनावी सभा होने वाली है। संभव है दोनों आतंकियों को इसकी पूरी जानकारी रही हो। लिहाजा वे लोग पिछले कई दिनों से गया में ठहरे हुए थे।

वहां के बौद्ध मंदिर सहित अन्य जगहों की रेकी की थी। दोनों आतंकी बांग्लादेश से कोलकाता के रास्ते गया पहुंचे थे। फिर वहां से पटना आए थे। इसी दौरान दोनों को एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया। इनके पास पुलमावा और कश्मीर में अ‌र्द्धसैनिक बलों की तैनाती से जुड़ी जानकारी सहित फर्जी भारतीय मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड, रेलवे टिकट, बस टिकट और कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले हैं। सुरक्षा एजेंसियां इनकी बारीकी से जांच कर रही हैं। वैसे एनआइए भी दोनों से पूछताछ करने के लिए पटना पहुंचने वाली है।
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