शराब ढूंढने गई पुलिस टीम पर शेखपुरा में हमला, ग्रामीणों का आरोप- महिलाओं का पकड़ रहे थे हाथ
बिहार के शेखपुरा में ग्रामीणों ने शराब ढूंढने गई पुलिस की टीम पर रोड़ेबाजी की है। इस घटना में छह पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। जबकि गांव वालों का आरोप है कि पुलिस शराब ढूंढने के नाम महिलाओं के साथ गलत व्यवहार कर रही थी।
जागरण संवाददाता, शेखपुरा । Bihar Crime जिले में शराब ढूंढने गई पुलिस की टीम पर गांव वालों ने पत्थरों से हमला कर दिया। खबर के मुताबिक रविवार की रात शराब ढूंढने के लिए छापेमारी कर रही हथियावां ओपी की पुलिस पर गवय गांव में लोगों ने रोड़ेबाजी कर दी। इस रोड़ेबाजी में आधा दर्जन पुलिस जवानों को चोट आई है। इधर ग्रामीणों ने पुलिस पर छापेमारी और तलाशी के नाम पर महिलाओं का हाथ पकड़ने तथा अभद्र सलूक करने का आरोप लगाया है। पुलिस पर लगे आरोप को लेकर गवय गांव के ग्रामीणों ने रविवार की देर रात शेखपुरा आकर एसपी आवास का घेराव किया। सोमवार को फिर से शेखपुरा आकर एसपी के कार्यालय पर घंटों जमे रहे।
6 पुलिसकर्मी को लगी चोट
एसपी से मुलाकात नहीं होने एक बाद लोग अनुसूचित जाति थाना गये और हथियावां ओपी की पुलिस के खिलाफ शिकायत की। इस बाबत हथियावां ओपी के प्रभारी अनील कुमार ने बताया शराब चुलाई की सूचना पर रविवार की रात पुलिस गवय मुसहरी में छापेमारी करने गई थी। मगर इसी दौरान उग्र लोगों ने पुलिस पर रोड़ेबाजी कर दी। इस रोड़ेबाजी में आधा दर्जन पुलिसकर्मी चोटिल हुई हैं। इस मामले को लेकर हथियावां ओपी में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है।
महिलाओं के साथ गलत व्यवहार का आरोप
इधर गांव वालों ने पुलिस पर महिलाओं के साथ गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया है। पुलिस की शिकायतको लेकर ग्रामीणों में बताया पुलिस पारो मांझी के घर में शराब ढूंढ रही थी। शराब नहीं मिला तब पुलिस ने महिलाओं के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। इसी में घर की महिला सदस्य भारती देवी की बांह पकड़ ली। इस पर लोगों ने आपत्ति जताई तो पुलिस ने दूसरे लोगों के साथ भी धक्का-मुक्की और गाली-गलौज किया। ग्रामीणों का कहना है कि शराब चुलाई का झूठा आरोप लगाकर पुलिस मुसहरी टोले में एक साल से इसी तरह से परेशान कर रही है।