सात वर्ष से श्रीअरविंद महिला कॉलेज के हॉस्टल को छात्राओं का इंतजार

श्रीअरविद महिला कॉलेज के हॉस्टल को पिछले सात वर्षो से छात्राओं का इंतजार है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 01:43 AM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 01:43 AM (IST)
सात वर्ष से श्रीअरविंद महिला कॉलेज के हॉस्टल को छात्राओं का इंतजार
सात वर्ष से श्रीअरविंद महिला कॉलेज के हॉस्टल को छात्राओं का इंतजार

पटना । श्रीअरविद महिला कॉलेज के हॉस्टल को पिछले सात वर्षो से छात्राओं का इंतजार है। कॉलेज प्रशासन की ओर से भवन का निर्माण तो करा दिया गया था, लेकिन आज तक हॉस्टल की सुरक्षा पर न तो ध्यान दिया गया और न ही किसी छात्रा को हॉस्टल आवंटित किया गया। सात वर्षो में छात्रावास की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि भवन के आसपास जंगल जैसा माहौल हो गया है। इतने झाड़-झंखाड़ उग आए हैं कि अब छात्राएं उसके इर्द-गिर्द भी नहीं जाना चाहती हैं। : छात्रावास का 2008 में हुआ था शिलान्यास, 2014 में उद्घाटन :

कॉलेज के महिला छात्रावास का शिलान्यास राज्यपाल सह कुलाधिपति आरएस गवई ने वर्ष 2008 में किया था। कृष्णा नाम के इस हॉस्टल का उद्घाटन 31 मई 2014 को तत्कालीन सांसद व अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने किया था। लेकिन तब से लेकर अब तक किसी भी शैक्षिक सत्र में छात्राओं को हॉस्टल नहीं आवंटित किया गया है। : हॉस्टल में सुरक्षा के नहीं हैं कोई इंतजाम :

यहां अध्ययनरत छात्राएं कहती हैं, कॉलेज में हॉस्टल तो खोल दिया गया है, लेकिन सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। जबकि इससे इतर कॉलेज प्रशासन का कहना है कि हॉस्टल को इतना अंदर बनाया गया है कि वह कॉलेज परिसर से दूर हो गया है। अगर वहां छात्राओं को रहने दिया गया तो पहले उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने पड़ेंगे। जब तक व्यवस्था नहीं होगी, उसे आवंटित नहीं किया जा सकता है। : जंगल के बीच में बनाया गया है महिला छात्रावास :

कृष्णा हॉस्टल का निर्माण जहां कराया गया है, वहां का दृश्य अब जंगल के मानिंद हो गया है। इससे वहां कोई आने-जाने से भी डरता है। छात्राएं कहती हैं, जब तक सुरक्षा के इंतजाम नहीं होते, वहां नहीं रहा जा सकता है। बीकॉम प्रथम वर्ष की छात्रा सुमानिया कहती है, कॉलेज के गेट पर ही सुरक्षा नहीं है तो अंदर में क्या होगा? बीए प्रथम वर्ष की छात्रा ने कहा, कॉलेज की दीवारें इतनी छोटी हैं कि आए दिन लड़के कमेंट करते हैं। फोन से छात्राओं के वीडियो बनाना आम बात हो गई है।

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कॉलेज के पास ऐसी कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है, जिससे वह छात्राओं को हॉस्टल में रहने के लिए जोर दे सके। नए शैक्षिक सत्र से कृष्णा हॉस्टल का आवंटन शुरू कराने का प्रयास किया जाएगा।

-प्रो. मीरा कुमारी, प्राचार्या, श्रीअरविद महिला कॉलेज

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