आरा में 14 साल बाद जाकर पकड़ा जा सका हत्‍या का आरोपित, ससुराल की बारात में जाना पड़ा भारी

पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि वांछित अपने ससुराल मलथर से बारात में शामिल होने के लिए कृष्णागढ़ थाना के सरैया जा रहा है। जिसके बाद एसपी के निर्देशन में टीम गठित की गई। जिसके बाद सरैया से वांछित को धर दबोचा गया।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 03:05 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 03:05 PM (IST)
आरा में 14 साल बाद जाकर पकड़ा जा सका हत्‍या का आरोपित, ससुराल की बारात में जाना पड़ा भारी
आरा में 14 साल बाद पकड़ा गया हत्‍या का आरोपित। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

आरा, जागरण संवाददाता। Bihar Crime: ससुराल की बारात करना आरा जिले में हत्‍या मामले के एक आरोपित के लिए महंगा साबित हुआ तो पुलिस के लिए यही मौका मुफीद साबित हुआ। पुलिस इस शख्‍स को पिछले 14 साल से तलाश रही थी, लेकिन वह हाथ नहीं लग रहा था। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि वह एक बारात में जा रहा है तो तुरंत टीम बनाकर छापेमारी करते हुए उसे धर दबोचा गया। पकड़े गए शख्‍स का नाम योगेंद्र सिंह है।

14 साल पुराने हत्‍या मामले के आरोपित की सरैया से गिरफ्तारी

वांछित की गिरफ्तारी कृष्णागढ़ थाना के सरैया से हो सकी। पकड़ा गया आरोपित चौरी थाना के ढकनी इंगलिश गांव का निवासी है। भोजपुर एसपी राकेश दुबे ने पुष्टि करते हुए बताया कि  पकड़े गए आरोपित की पुलिस को करीब 14 वर्षों से तलाश थी। छापेमारी दल में पवना थानाध्यक्ष पवन कुमार एवं कृष्णागढ़ थाना के अरविंद कुमार एवं एसआई प्रदीप पांडेय शामिल थे।

14 जून 2006 को हुई थी शिव कुमार सिंह की हत्‍या

मालूम हो कि 14 जून  2006 को चौरी थाना के ढकनी इंगलिश गांव में शिव कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसे लेकर मृतक के पुत्र उपेन्द्र सिंह ने संबंधित थाना में  अनंत सिंह, योगेन्द्र सिंह, जय गोविंद सिंह, शारदा सिंह, शर्मा सिंह, अनुज सिंह एवं छविनाथ सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जिसमें योगेन्द्र सिंह फरार चला आ रहा था।

एसपी की निगरानी में हुई छापेमारी

इस बीच पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि वांछित अपने ससुराल मलथर से बारात में शामिल होने के लिए कृष्णागढ़ थाना के सरैया जा रहा है। जिसके बाद एसपी के निर्देशन में टीम गठित की गई। जिसके बाद सरैया से वांछित को धर दबोचा गया। एसपी के अनुसार सभी आरोपियों के विरुद्ध आरोप पत्र समर्पित हो चुका है। एक अन्य वांछित जय गोङ्क्षवद ङ्क्षसह की तलाश जारी है। जबकि, छह आरोपित अब तक जेल जा चुके है।

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