Bihar: एक महीने बाद रद किया छात्रा का एडमिशन, प्राचार्य बोलीं- तुम्हारी जगह कोई और आ गई है
छात्रा का कहना है कि इसी बीच 26 मार्च से मुझे वर्ग कक्ष में उपस्थित होने तथा उपस्थिति बनाने से रोक दिया गया। इस प्रकार मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू किया गया। 31 मार्च को उनके मोबाइल पर मैसेज आया कि मेरा नामांकन निरस्त कर दिया गया है।
लालगंज (वैशाली), संवाद सूत्र। आपका किसी स्कूल या कॉलेज में नामांकन हो जाए और आप पढ़ना शुरू कर दें। इसी बीच कहा जाए कि आपका नामांकन निरस्त कर दिया गया है तो आप पर क्या गुजरेगी। वैशाली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र के एतवारपुर सिसौला गांव निवासी रामेश्वर राय की पुत्री अंजली कुमारी के साथ तो शायद ऐसा ही हुआ है। अंजली ने डीएम को आवेदन देकर जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य द्वारा गलत ढंग से डीएलएड कोर्स से अपना नामांकन रद करने का आरोप लगाते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
26 मार्च को डीएलएड कोर्स में कराया नामांकन
अंजली ने डीएम को दिए अपने आवेदन में कहा है कि वह सत्र 2020- 2022 में दो वर्षीय डीएलएड कोर्स में नामांकन के लिए जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान डायट, हाजीपुर को आवेदन दिया था। मेधा सूची में नाम आने के उपरांत में 23 फरवरी 2021 को काउंसिलिंग में सम्मिलित हुई थी। फिर मोबाइल पर मैसेज आने के बाद उन्होंने 26 फरवरी को अपना नामांकन कराया था।
एक मार्च से 25 मार्च तक करती रही क्लास
डीएम को दिए गए आवेदन में छात्रा ने कहा है कि नामांकन कराने के बाद बीते 1 मार्च से मैंने क्लास करना भी शुरू कर दिया था। 24 मार्च को प्राचार्य ने मुझे अपने कार्यालय में बुलाया और पूर्व से लिखित एक आवेदन देकर कहा कि इस पर हस्ताक्षर कर दो। जिसमें लिखा था कि मैं अपना नामांकन स्वेच्छा से वापस ले रही हूं। आवेदन पर हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया। वह 25 मार्च तक वर्ग में उपस्थित रही। नामांकन रद करने की छात्रा ने डीएम से की शिकायत डीएलएड में नामांकन के बाद छात्रा ने शुरू कर दिया था क्लास नामांकन वापस लेने का आवेदन लेकर दिखाया बाहर का रास्ता
26 मार्च को उपस्थिति बनाने से रोक दिया
छात्रा का कहना है कि इसी बीच 26 मार्च से मुझे वर्ग कक्ष में उपस्थित होने तथा उपस्थिति बनाने से रोक दिया गया। इस प्रकार मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू किया गया। इसके बाद 31 मार्च को उनके मोबाइल पर मैसेज आया कि मेरा नामांकन निरस्त कर दिया गया है। इस संबंध में अंजली ने जब प्राचार्य महोदया से पूछा तो उन्होंने कहा कि तुमसे ज्यादा अंक वाली छात्रा की उपस्थिति के कारण तुम्हारा नामांकन निरस्त किया गया है। अंजली ने आवेदन के साथ अपने नामांकन से संबंधित कई पत्र संलग्न किए हैं।