कोरोना को भूलकर गंगा तटों पर उमड़े लोग, एसडीओ बोले-चकमा देकर पहुंचीं महिलाएं

Kartik Purnima today श्रद्धालुओं ने आस्था विश्वास और उमंग के साथ स्नान कर वस्तुओं का दान किया घाटों पर जमे ओझा-गुणी लोगों की झाड़-फूंक करने में व्यस्त नजर आए पानी में दूर तक पैदल जाकर सेल्फी लेने का खतरनाक सिलसिला भी रहा जारी

By Shubh NpathakEdited By: Publish:Mon, 30 Nov 2020 10:27 AM (IST) Updated:Mon, 30 Nov 2020 10:27 AM (IST)
कोरोना को भूलकर गंगा तटों पर उमड़े लोग, एसडीओ बोले-चकमा देकर पहुंचीं महिलाएं
पटना के गायघाट पर कार्तिक पूर्णिमा के स्‍नान के लिए उमड़े लोग। जागरण

पटना सिटी, जेएनएन। कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर सोमवार को कोरोना संक्रमण वायरस को भूल अनुमंडल अंतर्गत गंगा की धारा में हजारों श्रद्धालुओं ने डुबकी लगा दान-पुण्य किया। घाटों पर भोर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ स्नान के लिए उमड़ने लगी। ग्रामीण इलाकों से आए लोग महिलाओं की संख्या अत्यधिक दिखी। अशोक राजपथ तथा संपर्क पथों पर भोर से जाम लगा रहा। पुलिस प्रशासन जाम छुड़ाने में जुटा रहा। अनुमंडल क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों की हजारों की तादाद में महिला-पुरुष बिना मास्क पहने स्नान के लिए गंगा घाटों पर जमा हुए थे। शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा था। घाटों पर जमे ओझा-गुणी लोगों की झाड़-फूंक करने में व्यस्त नजर आए।

दिन चढ़ने के साथ गंगा घाटों पर बढ़ती गई भीड़

कार्तिक पूर्णिमा पर जिला प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए दिए गए निर्देशों की धज्जियां उड़ते दिखी। अनुमंडल के विभिन्न घाटों पर हजारों की संख्या में भोर से ही दूर-दराज से पहुंचे श्रद्धालुओं ने आस्था, विश्वास और उमंग के साथ स्नान किया। वस्तुओं का दान कर पूजा अर्चना की गई। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया विभिन्न मोहल्ले से होते भक्त गंगा की ओर स्नान करने के लिए जाते दिखे। गंगा घाटों पर पुलिस महिलाओं को मास्क पहनने तथा शारीरिक दूरी का पालन करने का निवेदन करते दिखी। कार्तिक पूर्णिमा के कारण दूर-दूर से सभी उम्र की महिला, युवतियां, पुरुष और बच्चे गायघाट, भद्रघाट, महावीर घाट तथा कंगन घाट पहुंचे थे। कार्तिक पूर्णिमा पर पानी में दूर तक पैदल जाकर सेल्फी लेने का खतरनाक सिलसिला भी जारी रहा।

गंगा घाट पर जाने से रोकती नजर आईं महिला सिपाही

एसडीओ मुकेश रंजन ने बताया कि गंगा घाटों पर महिला पुलिस द्वारा महिलाओं को कोरोना संक्रमण वायरस का हवाला देकर रोकने का प्रयास किया गया। महिलाएं लुक-छिपकर गंगा पहुंच गई। गंगा स्नान को लेकर गायघाट, महावीर घाट, भद्रघाट, सीढ़ी घाट, खाजेकलां घाट, झाऊगंज घाट, कंगन घाट, किलाघाट, पत्थर घाट, पीरदमरिया, दमराही घाट समेत अन्य घाटों पर लोगों की भीड़ जुटी। घाटों पर मेले सा दृश्य दिखा। स्नान के बाद भक्तों ने शक्ति पीठ बड़ी पटनदेवी व छोटी पटनदेवी, अगमकुआं शीतला माता मंदिर समेत अन्य मंदिरों में पहुंच कर पूजा अर्चना की। पटना शहर से सटे ग्रामीण इलाकों से भी बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु स्नान के लिए गंगा घाटों पर पहुंची थी। पंडित अवध बिहारी पांडे ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा का हिन्दू धर्म ग्रंथों में महत्वपूर्ण स्थान है। कार्तिक पूर्णिमा को स्नान करने से अंजाने में हुए पाप धुल जाते हैं।

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