जाम की वजह से एंबुलेंस में ही हुआ प्रसव
फतुहा चौराहे पर जाम की समस्या रोजमर्रा की बात बन गई है। शुक्रवार को भी यहां भीषण जाम लगा।
फतुहा। फतुहा चौराहे पर जाम की समस्या रोजमर्रा की बात बन गई है। शुक्रवार को भी यहां भीषण जाम लगा। इस दौरान गर्भवती महिला को लेकर जा रही एक एंबुलेंस भी जाम में फंस गई। नतीजा हुआ कि महिला को अस्पताल पहुंचने से पहले एंबुलेंस में ही प्रसव हो गया। फतुहा अस्पताल का 108 नंबर वाली एंबुलेंस के चालक ने बताया कि दिरियापुर गाव की एक महिला जो प्रसव पीड़ा से परेशान थी। शुक्रवार को उसके गाव से महिला को लेकर फतुहा अस्पताल आ रहा था। एंबुलेंस चौराहे पर जाम में फंस गई। प्रसव पीड़ा से परेशान महिला एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म दी। जाम से एंबुलेंस के निकलने पर तत्काल महिला को फतुहा अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़ित महिला मंतोष राम की पत्नी रबीना देवी बताई जाती है। चिकित्सक के अनुसार जच्चा एवं बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऑटो चालकों व फुटपाथी दुकानदारों की मनमानी के कारण चौराहे पर जाम की समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है। दूसरी तरफ प्रशासन सबकुछ जानकर भी कोई कार्रवाई नहीं करता। जाम की समस्या से दिन भर हलकान रहे लोग
नौबतपुर। नौबतपुर प्रखंड क्षेत्र स्थित नौबतपुर-मसौढ़ी मुख्य मार्ग पर जाम के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस रूट पर नौबतपुर लॉक के पास अवस्थित पुल संकीर्ण होने के कारण हर रोज जाम की समस्या बन जाती है।
स्थानीय लोग बताते हैं कि पहले नौबतपुर लॉक पर सिंगल पुल होने के कारण जाम लगता था। लेकिन, नहर रोड बन जाने से यह सड़क चार मुहानी हो गई है, जिससे वाहनों का दबाव और भी बढ़ गया है। इसलिए नित्य दिन जाम लगना आम बात हो गई है। वहीं, पुल इतना संकरा है कि इस पर एक बार में केवल एक ही भारी वाहन गुजर सकता है। साथ ही हर रोज कोई न कोई एम्बुलेंस इस जाम में घटों फंसी रहती है। शुक्रवार को दिन भर छोटा से लेकर बड़ा वाहन रेंगते रहे, जिससे करीब दो किलोमीटर तक वाहनों का लंबा काफिला लग गया। वाहनों में बैठे यात्री छटपटाते रहे। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जिला प्रशासन हो या नगर प्रशासन को इसकी कोई परवाह नहीं है। जाम की समस्या आम होने के बावजूद प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उनका कहना है कि जाम को छुड़ाने के लिए एक भी पुलिस बल को पुल के पास तैनात नहीं किया जाता। पब्लिक को खुद जाम हटाना पड़ता है।
विधानसभा में उठ चुका है मामला
बता दे कि इस पुल के जीर्णोद्धार और चौड़ीकरण को लेकर विधान पार्षद नीरज कुमार ने विधान परिषद् में प्रश्न भी उठाया था, जिस पर तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव ने इसे अविलंब कराने का भरोसा भी दिया था। लेकिन, उक्त योजना पिछले दो वर्षो से अधिक समय से खटाई में पड़ी है।