वैक्सीन बनाने को एम्स पटना करेगा शोध

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स पटना) के शासी निकाय के अध्यक्ष डा. एनके अरोड़ा ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में शोध का अलग महत्व है। एम्स पटना ने कोरोना इलाज के साथ वैक्सीन परीक्षण में उत्कृष्ट कार्य कर देश में अपना मुकाम हासिल किया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 02:01 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 02:01 AM (IST)
वैक्सीन बनाने को एम्स पटना करेगा शोध
वैक्सीन बनाने को एम्स पटना करेगा शोध

पटना। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स पटना) के शासी निकाय के अध्यक्ष डा. एनके अरोड़ा ने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में शोध का अलग महत्व है। एम्स पटना ने कोरोना इलाज के साथ वैक्सीन परीक्षण में उत्कृष्ट कार्य कर देश में अपना मुकाम हासिल किया है। विभिन्न चिकित्सकीय शोधों के लिए अबतक संस्थान को बाहरी संस्थानों से 41 करोड़ से अधिक का अनुदान मिल चुका है जोकि एक बड़ी उपलब्धि है। अब तक देश में अधिकतर वैक्सीन आयात की जाती है। पटना एम्स में वैक्सीन पर शोध हों तो उसे वैश्विक पहचान मिलेगी। एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिड्रोम और मलेरिया जैसे कई रोगों की वैक्सीन बन सकती है। डा. एनके अरोड़ा पटना एम्स के दसवें स्थापना दिवस समारोह को आनलाइन संबोधित कर रहे थे। इसके पूर्व सांसद डा. संजय जायसवाल, सांसद राम कृपाल यादव, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अपर सचिव सह वित्तीय सलाहकार डा. धर्मेंद्र सिंह गंगवार और एम्स पटना के निदेशक डा. प्रभात कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से समारोह का उद्घाटन किया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की राज्य मंत्री डा. भारती पवार ने आनलाइन संबोधन में कोरोना से निपटने में एम्स पटना के अनवरत प्रयासों के लिए डाक्टरों व कर्मचारियों को धन्यवाद दिया। बेहतर इलाज ही नहीं इको सिस्टम में सुधार भी जरूरी :

डा. एनके अरोड़ा ने कहा कि एम्स पटना को विशिष्ट पहचान बनाने के लिए इसे पेशेंट वेलफेयर सेंटर के रूप में विकसित करना होगा। इको सिस्टम में सुधार को कुछ हफ्तों में पेशेंट फ्रेंडली सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। रोबोटिक सर्जरी, अंग प्रत्यारोपण और बर्न सेंटर की सुविधा जल्द

निदेशक डा. प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि संस्थान में रोबोटिक सर्जरी और अंग प्रत्यारोपण शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। विशिष्ट अतिथि जो थे मौजूद : सांसद डा. संजय जायसवाल, राम कृपाल यादव, छेदी पासवान, विधायक गोपाल रविदास, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण, अपर सचिव सह वित्तीय सलाहकार डा. डीएस गंगवार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, संस्थापक निदेशक डा. गिरीश कुमार सिंह, निदेशक डा. प्रभात कुमार सिंह, संस्थान शासी निकाय के सदस्य डा. राजीव कुमार सिंह, डा. बेनी प्रसाद तिवारी, डीन एकेडमिक्स डा. उमेश भदानी, चिकित्साधीक्षक डा. सीएम सिंह, आइजीआइएमएस के निदेशक डा. एनआर विश्वास, उप निदेशक परिमल सिन्हा, डा. संजीव कुमार, डा. वीणा सिंह, डा. मुक्ता अग्रवाल, डा. प्रशांत कुमार, डा. श्रुति सिंह, डा. सुशील कुमार सिंह, आइएमए के राष्ट्रीय निर्वाचित अध्यक्ष डा. सहजानंद प्रसाद सिंह, पद्मश्री डा. जितेंद्र कुमार सिंह आदि।

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