पटना में वायरल बुखार और स्‍वाइन फ्लू के बाद डेंगू का कहर, तेजी से बढ़ रही है मरीजों की संख्‍या

Dengue in Patna बिहार की राजधानी पटना में कसा डेंगू का शिकंजा जुलाई में दस्तक देने के बाद से हर माह बढ़ रही रोगियों की संख्या वायरल फीवर और स्‍वाइ फ्लू के चलते ही पहले से ही परेशान हैं शहर के लोग

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 06:42 AM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 06:42 AM (IST)
पटना में वायरल बुखार और स्‍वाइन फ्लू के बाद डेंगू का कहर, तेजी से बढ़ रही है मरीजों की संख्‍या
पटना में शुरू हुआ डेंगू का प्रकोप। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। Dengue in Patna: राजधानी में वायरल बुखार, स्वाइन फ्लू के बाद अब डेंगू मच्छरों का कहर भी बढ़ता जा रहा है। जुलाई माह में जहां कुल सात मरीज मिले थे, वहीं सिर्फ सितंबर माह में अबतक 12 लोगों में इसकी पुष्टि हो चुकी है। ये वे मामले हैं जिनकी आरएमआरआइ, एम्स पटना, पीएमसीएच व एनएमसीएच की लैब में एलाइजा विधि से डेंगू की पुष्टि हुई है। बताते चलें कि निजी लैब एनएस-1 किट से जांच करती है और अधिकांश डाक्टर उसी के आधार पर रोगियों का इलाज करते हैं। किट से जांच करने के कारण निजी अस्पतालोंं में भर्ती रोगियों की संख्या इसमें शामिल नहीं है।

जिला मलेरिया पदाधिकारी डा. विनोद कुमार चौधरी ने बताया कि जुलाई माह में आरएमआरआइ में चार और एम्स में तीन डेंगू रोगी चिह्नित किए गए थे। वहीं अगस्त माह में पीएमसीएच में तीन, आरएमआरआइ में चार, एम्स में तीन और दो निजी अस्पतालों में मिले थे। सितम्बर माह में अबतक 12 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें से पांच एनएमसीएच, 6 एम्स और एक पीएमसीएच में मिला है। इनमें से बाढ़ बाजार, अथमलगोला और एकाध अन्य प्रखंड को छोड़ दें तो शेष सभी शहरी क्षेत्र के निवासी हैं।

इसके अलावा बाजार समिति, नया टोला सिमरी बख्तियारपुर, तुलसी मंच, दरियापुर बजरंगपुरी, गुरगोला, पटनासिटी, महेंद्रू, बैरिया, पल्लवी नगर, महारानी कालोनी आदि इलाकों के निवासी हैं। बताते चलें कि 2019 में जब डेंगू ने सबसे ज्यादा कहर ढाया था, उस समय पटनासिटी, गायघाट, महेंद्रू, खाजेकला, गर्दनीबाग, पत्थर की मस्जिद, ट्रांसपोर्ट नगर, कंकड़बाग, पाटलिपुत्र कालोनी, दानापुर, राजीवनगर, फुलवारीशरीफ, पीरबहोर, मंदिरी, संपतचक, शास्त्रीनगर, रामकृष्णानगर, पल्लवी नगर, राजेंद्र नगर आदि इलाके सबसे अधिक प्रभावित हुए थे। यही कारण है कि जुलाई माह से अबतक राजधानी के 150 से अधिक जगहों से लार्वा के नमूने लिए गए थे। इनमें से 67 जगह पर डेंगू के लार्वा मिले थे।

अबतक हो रही बारिश से बढ़ा खतरा

मलेरिया पदाधिकारी के अनुसार जलवायु में परिवर्तन हो रहा है। सितम्बर तक बारिश होने से जगह-जगह जलजमाव है। इससे डेंगू मच्छरों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है। बचाव के लिए लोगों को चाहिए कि आसपास या घर में कहीं पानी नहीं जमा होने दें। यदि निकालना संभव नहीं हो तो उसमें केरोसिन तेल आदि डाल दें। सुबह व शाम जब मच्छर ज्यादा काटते हैं, उस समय फुल आस्तीन के कपड़े पहनें और मास्कीटो रिपेलेंट आदि का दिन में भी इस्तेमाल करें।

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