दीपावली बाद 11 गुना ज्यादा दूषित हो गई पटना की हवा, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में भी हालात बदतर
दीपावली की रात राजधानी सहित राज्य के अधिसंख्य भागों में जमकर पटाखे छोड़े जाने से वातावरण में प्रदूषण की मात्रा से मानक से कई गुना ज्यादा बढ़ गई। राजधानी के तारामंडल के पास तो प्रदूषण की मात्रा मानक से 11 गुना ज्यादा रिकार्ड की गई।
जागरण संवाददाता, पटना। दीपावली की रात राजधानी सहित राज्य के अधिसंख्य भागों में जमकर पटाखे छोड़े जाने से वातावरण में प्रदूषण की मात्रा से मानक से कई गुना ज्यादा बढ़ गई। राजधानी के तारामंडल के पास तो प्रदूषण की मात्रा मानक से 11 गुना ज्यादा रिकार्ड की गई। यहां पीएम10 की मात्रा 1134 माइक्रो ग्राम प्रति घनमीटर रिकार्ड की गई, जबकि वातावरण में 100 पीएम 10 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर होनी चाहिए। वहीं, राजधानी के इकोपार्क में 976, गांधी मैदान के पास 924 माइक्रोग्राम, पटनासिटी में 913, बीआइटी में 832, मुजफ्फरपुर के जिला स्कूल परिसर में 709, खगौल डीआरएम कार्यालय में 585 माइक्रोग्राम पीएम10 की मात्रा प्रति घन मीटर रिकार्ड की गई। राजधानी में औसत पीएम10 की मात्रा 311 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर रिकार्ड रही।
एक नजर में समझें :- पटना के तारामंडल के पास सबसे खराब स्थिति, 1134 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रही पीएम10 की मात्रा दीपावली की रात आठ से सुबह छह बजे तक प्रदूषण का स्तर अधिक रहा 668 इकोपार्क के पास, पटना के गांधी मैदान में 522, पटना सिटी 642 पीएम2.5 की मात्रा 924 माइक्रोग्राम गांधी मैदान के पास, पटनासिटी में 913 पीएम10 की मात्रा रिकार्ड
बीआइटी में पीएम 2.5 की मात्रा अधिक
दीपावली की रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक प्रदूषण का स्तर अधिक रहा। शहर में बीआइटी के पास पीएम2.5 की मात्रा अधिक रही। वहां पर 796 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर पीएम2.5 की मात्रा रिकार्ड की गई। इकोपार्क के पास 668, गांधी मैदान में 522, पटना सिटी 642, मुजफ्फरपुर जिला स्कूल में 622, मुजफ्फरपुर समाहरणालय में 387, हाजीपुर में 279 माइक्रो ग्राम प्रति घनमीटर पीएम2.5 की मात्रा रिकार्ड की गई। सामान्यत: वातावरण में पीएम2.5 की मात्रा 60 माइक्रोग्राम तक होनी चाहिए। राजधानी में इसका औसत 188 माइक्रो ग्राम प्रति घनमीटर रिकार्ड किया गया।
प्रतिबंध का कोई खास असर नहीं
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने पटना, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर एवं गया में पटाखों की बिक्री एवं उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन लोगों पर उसका कोई खास असर नहीं दिखाई दिया।