बिहार में 51 साल बाद विधानसभा अध्यक्ष के लिए आ सकती है चुनाव की नौबत, वोट से होगा फैसला!
बिहार के संसदीय इतिहास में 51 साल बाद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की नौबत आ सकती है। बिहार विधानसभा अध्यक्ष के लिए राजग के विजय सिन्हा के मुकाबले महागठबंधन ने अवध बिहारी चौधरी को दावेदार बनाया है।
पटना, जेएनएन। राजग और महागठबंधन दोनों ओर से प्रत्याशी देने के कारण बिहार के संसदीय इतिहास में 51 साल बाद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव की नौबत आ सकती है। राजग की ओर से भाजपा विधायक विजय सिन्हा को प्रत्याशी बनाया गया है, जबकि महागठबंधन ने भी राजद के वरिष्ठ नेता अवध बिहारी चौधरी पर दांव लगा दिया है। दोनों ने मंगलवार को नामांकन भी दाखिल कर दिया। बुधवार को दोपहर बाद सदन में प्रोटेम स्पीकर तय करेंगे कि नए अध्यक्ष का चुनाव का तरीका क्या होगा। विपक्ष की ओर से गुप्त मतदान कराने का आग्रह किया जा सकता है। मानने या न न मानने का अधिकार प्रोटेम स्पीकर के पास है। वह ध्वनि मत से भी फैसला दे सकते हैैं।
वैसे सदन में बहुमत राजग के पास है। इसलिए आखिरी क्षण तक मामले को सर्वसम्मति से निपटाने की कोशिश की जा रही है। बुधवार को दोपहर 11.30 बजे तक नामांकन वापस लिया जा सकता है, लेकिन विपक्ष की तैयारी को देखते हुए माना जा रहा है कि चुनाव की नौबत आ सकती है।
किसकी कितनी ताकत
राजग
भाजपा : 74
जदयू : 43
हम : 4
वीआइपी : 4
निर्दलीय : 1
कुल : 126
महागठबंधन
राजद : 75
कांग्रेस : 19
वामदल : 16
कुल : 110
अन्य
बसपा : 1
एआइएमआइएम : 5
राजग की तरफ से भाजपा विधायक विजय सिन्हा के लिए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी के कक्ष में नामांकन संबंधित औपचारिकता पूरी की गई। इसके बाद एनडीए का प्रस्ताव पत्र उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने विधानसभा सचिव को सौंपा। इस दौरान उप मुख्यमंत्री रेणु देवी, पूर्व मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार, भाजपा के विधायक संजय सरावगी, नितिन नवीन, हम के विधायक अनिल सिंह और मंत्री मुकेश सहनी और वीआइपी विधायक दल की नेता एवं गौरा बौराम की विधायक स्वर्णा सिंह ने संयुक्त रूप से प्रस्ताव पत्र दिया। बता दें कि अध्यक्ष पद के लिए प्रस्ताव पत्र दल के नेता और समर्थक व प्रस्तावक विधायक सौंपते हैं। महागठबंधन की ओर से राजद के वरिष्ठ नेता अवध बिहारी चौधरी ने नामांकन किया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा के साथ महागठबंधन के पांच नेताओं ने सभा सचिव को प्रस्ताव सौंपा।