बिहार: अपर मुख्य सचिव ने चेताया- बात बनाने से नहीं चलेगा, काम कीजिए या बाहर जाइए

बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि बात बनाने से अब काम नहीं चलेगा काम भी करना होगा।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 04:16 PM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 10:17 PM (IST)
बिहार: अपर मुख्य सचिव ने चेताया- बात बनाने से नहीं चलेगा, काम कीजिए या बाहर जाइए
बिहार: अपर मुख्य सचिव ने चेताया- बात बनाने से नहीं चलेगा, काम कीजिए या बाहर जाइए

पटना, राज्य ब्यूरो। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने भू सर्वेक्षण कर रहे अधिकारियों-कर्मचारियों को चेतावनी दी है। कहा है कि ढंग से और समय सीमा के भीतर जमीन से जुड़े मामलों का निबटारा करें। यह नहीं हुआ तो वीआरएस देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। जबकि बेहतर काम करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। सर्वे की समीक्षा के लिए बुधवार की देर शाम तक चली बैठक में उन्होंने यह चेतावनी दी। 

उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण में लगे सरकारी सेवकों के कामकाज का मूल्यांकन रोज किया जाएगा। हरेक अमीन को रोजाना कम से कम 100 प्लॉट का निबटारा करना है। कानूनगो एवं सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी फास्ट ट्रैक कोर्ट की तर्ज पर सुनवाई करें। अनिश्चित काल तक सुनवाई की इजाजत नहीं दी जा सकती है।

यह टीम वर्क है। कमजोर सदस्य पूरी टीम का आउटपुट खराब कर देते हैं। ऐसे लोगों की जरूरत नहीं है। सरकार को आंकड़ों के जरिए रिजल्ट चाहिए। बातों के कारोबार से काम नहीं चलेगा। हमारे पास ज्यादा वक्त नहीं है। 

अपर मुख्य सचिव ने विभाग के वरीय पदाधिकारियों को नियमित अंतराल पर क्षेत्र में घूमने और सर्वेक्षण कर्मियों के कार्यो की अन्य स्त्रोतों से भी जानकारी इकट्ठा करने को कहा। उन्होंने कहा कि भूमि-सर्वेक्षण में सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी एवं कानूनगो को अपार शक्ति हासिल है। इस दौरान ये किसी भी जमीन का टाइटिल (स्वामित्व) निर्धारित कर सकते हैं।

सर्वेक्षण से जुड़े पदाधिकारियों के अलावा यह शक्ति सिर्फ  न्यायालय को है। इस लिहाज से सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी की भूमिका अंचल अधिकारी एवं अन्य राजस्व पदाधिकारियों से महत्वपूर्ण है।  सर्वेक्षण में लगे पदाधिकारी इस शक्ति का दुरुपयोग नहीं करें। दलालों के चंगुल में नहीं पड़ें। गरीबों की आह नहीं लें।

सिंह ने भरोसा दिया कि साधनों की कमी नहीं होगी। मान मर्यादा का ख्याल रखा जाएगा। लेकिन, इसके लिए ईमानदारी से काम करना होगा। बैठक में निदेशक जय सिंह, सहायक निदेशक मनोज कुमार झा, एरियल सर्वे एजेंसियों के वरिष्ठ पदाधिकारी, अपर समाहत्र्ता, सूबे में पदस्थापित सभी सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी और कानूनगो मौजूद थे।

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