रोग रहेंगे दूर, विद्यार्थी सीखेंगे सेहत के गुर

कोरोना महामारी के बाद अब सरकार चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ करने के साथ आमजन को सेहतमंद रहने के गुर सिखाने भी जा रही है। इसकी शुरुआत छात्र-छात्राओं से की जाएगी। स्वस्थ आचार-विहार व दिनचर्या की आदत से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता इतनी मजबूत हो जाएगी कि वे किसी भी संक्रमण के गंभीर परिणामों से सुरक्षित रह सकेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Oct 2021 01:46 AM (IST) Updated:Wed, 06 Oct 2021 01:46 AM (IST)
रोग रहेंगे दूर, विद्यार्थी सीखेंगे सेहत के गुर
रोग रहेंगे दूर, विद्यार्थी सीखेंगे सेहत के गुर

पटना । कोरोना महामारी के बाद अब सरकार चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ करने के साथ आमजन को सेहतमंद रहने के गुर सिखाने भी जा रही है। इसकी शुरुआत छात्र-छात्राओं से की जाएगी। स्वस्थ आचार-विहार व दिनचर्या की आदत से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता इतनी मजबूत हो जाएगी कि वे किसी भी संक्रमण के गंभीर परिणामों से सुरक्षित रह सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग इसके लिए प्रदेश में 40 आयुष वेलनेस सेंटर खोलने जा रही है। इनमें से 24 आयुर्वेदिक, नौ होमियोपैथी और सात यूनानी पद्धति पर कार्य करेंगे।

ये केंद्र छात्र-छात्राओं को सेहत के गुर सिखाने के साथ आयुष चिकित्सा पद्धतियों से इलाज भी करेंगे। साथ ही किसानों को औषधीय पौधों की खेती के लिए प्रेरित कर उनकी मदद भी करेंगे। सरकार से स्वीकृत के बाद पटना समेत अन्य जिलों में आयुष वेलनेस सेंटर स्थापित करने का कार्य शुरू हो चुका है। यह जानकारी राजकीय आयुर्वेदिक कालेज के प्राचार्य डा. संपूर्णानंद तिवारी ने दी।

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स्वस्थ दिनचर्या व खानपान

की दी जाएगी जानकारी

डा. संपूर्णानंद तिवारी ने बताया कि आयुर्वेद रोगों के उपचार के साथ स्वस्थ रहने की जीवनशैली है। इसका पालन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता इतनी मजबूत हो जाती है कि सामान्य संक्रमण बेअसर रहते हैं। गंभीर के घातक परिणाम सामने की आशंका बहुत कम हो जाती है। आयुष वेलनेस सेंटर की स्थापना का मुख्य उद्देश्य खानपान व स्वस्थ जीवनशैली की मदद से कैसे रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर रोगों से बचा जा सकता है इसकी जानकारी देना है। छात्र-छात्राओं को इसलिए प्राथमिकता में रखा गया है ताकि सेहतमंद दिनचर्या उनकी आदत बन जाए।

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पंचकर्म करने के साथ

योग भी सिखाएंगे ये केंद्र

आयुष वेलनेस सेंटर में आयुर्वेदिक, यूनानी व होमियोपैथी पद्धति से इलाज भी किया जाएगा। इन केंद्रों पर पंचकर्म व योग-ध्यान से रोगों के उपचार तक की सुविधा रहेगी। इसके अलावा स्वस्थ रहने के लिए जो लोग योग सीखना चाहेंगे, उन्हें यहां निश्शुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। बताते चलें कि पंचकर्म समस्त शारीरिक विकारों को दूर करता है, जबकि योग-ध्यान शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने में सहायक है। बताते चलें कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में चल रहे दो वर्षीय अमृत महोत्सव के तहत आयुष मंत्रालय इसका आयोजन करा रहा है।

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