पढ़ने गई आठवीं की छात्रा हफ्ते दिन बाद भी नहीं लौटी, शेखपुरा के कोचिंग में भी लटक गया है ताला
बच्ची के देर तक घर नहीं लौटने से परेशान माता-पिता उसे ढूंढने के लिए घर से निकले तो जो जानकारी मिली उससे उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। लोकलाज के डर से दंपती ने किसी से कुछ बताना उचित नहीं समझा
शेखपुरा (पटना), जागरण संवाददाता। Shekhpura Crime: शेखपुरा जिले में एक माता-पिता को अपनी बच्ची को पढ़ने के लिए भेजना महंगा पड़ गया। आठवीं कक्षा की छात्रा आठ मई को पढ़ने के लिए कोचिंग गई तो अब तक नहीं लौटी। बच्ची के देर तक घर नहीं लौटने से परेशान माता-पिता उसे ढूंढने के लिए घर से निकले तो जो जानकारी मिली, उससे उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। लोकलाज के डर से दंपती ने किसी से कुछ बताना उचित नहीं समझा और उम्मीद लगाए रहे कि बच्ची शायद लौट जाए।
आठवीं में पढ़ती थी चौदह साल की बच्ची
बच्ची के एक हफ्ते बाद भी नहीं लौटने पर पीडि़त दंपती ने स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दिया है। दंपती ने पुलिस को बताया कि चौदह वर्षीय उनकी पुत्री आठवीं क्लास की छात्रा है। वह अपने गांव के ही विपिन कुमार के यहां पढ़ने के लिए जाती थी। इसी बीच आठ मई से वह लौटकर घर नहीं आई। कोचिंग में खोजने के लिए जाने पर वहां ताला लगा नजर आया।
कोचिंग संचालक पर भगा कर शादी करने का आरोप
बच्ची की खोजबीन में जुटे दंपती को गांव वालों ने बताया कि कोचिंग संचालक ही उनकी पुत्री को भगा ले गया है और शादी रचा लिया है। इसकी जानकारी होने पर दंपती युवक के घर जानकारी लेने गए तो उसके माता-पिता ने गाली-गलौज कर भगा दिया। लाचार होकर दंपती ने थाने में प्राथामिकी दर्ज कराई। हालांकि बच्ची कहां और किस हालत में इसका अब तक कुछ भी पता नहीं चला है।
बच्ची के साथ दुष्कर्म की शिकायत पर मेडिकल जांच
इधर, बिहार के ही आरा जिले में महज पांच साल की एक बच्ची के साथ दुष्कर्म किए जाने की शिकायत मिलने पर महिला थाना पुलिस हरकत में आ गई। बच्ची की तत्काल सदर अस्पताल में मेडिकल जांच कराई गई। हालांकि, पुलिस के अनुसार मेडिकल जांच में कोई शुरूआती ठोंस साक्ष्य नहीं मिला है। जिससे मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। बताया जा रहा है कि टाउन थाना क्षेत्र के एक मुहल्ले के स्वजन अपने पड़ोस के रिश्ते के चाचा पर ही पांच साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किए जाने का आरोप लगा रहे थे। जिसके बाद सच्चाई का पता लगाने के लिए बच्ची की मेडिकल जांच कराई गया। पुलिस के अनुसार आपसी लड़ाई में गलत आरोप लगाया जा रहा था।