पटना के तीन समेत आठ की मौत, 154 नए संक्रमित

पटना। राजधानी में नए संक्रमितों और स्वस्थ होने वालों का अंतर लगातार बढ़ता जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 02:21 AM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 02:21 AM (IST)
पटना के तीन समेत आठ की मौत, 154 नए संक्रमित
पटना के तीन समेत आठ की मौत, 154 नए संक्रमित

पटना। राजधानी में नए संक्रमितों और स्वस्थ होने वालों का अंतर लगातार बढ़ता जा रहा है। महज पांच दिनों में सक्रिय मामलों की संख्या 17 सौ से 1930 तक पहुंच गई है। सोमवार को 154 नए लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

बिहार पोर्टल के अनुसार, जिले में 42 हजार 171 लोग अबतक संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 39 हजार 915 लोग स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि 1930 उपचाराधीन हैं। राजधानी में कोरोना से अबतक 326 लोगों की मौत हो चुकी है। एम्स के कोरोना नोडल पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि कोरोना से मरे लोगों में पटना के तीन और अन्य जिलों के पांच लोग शामिल हैं।

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पीएमसीएच

- 754 की जांच, 07 पॉजिटिव

- संक्रमितों में 6 पीएमसीएच में भर्ती मरीज।

- 17 संक्रमित कोविड वार्ड में भर्ती।

- कोई डिस्चार्ज नहीं, किसी की मौत नहीं।

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एम्स में रोगियों की संख्या बढ़ी

- पटना के 8 समेत 18 नए भर्ती ।

- 172 कुल भर्ती, पटना के पांच समेत 9 डिस्चार्ज।

- पटना के मुरलीचक के 43, आशियाना नगर की 65 वर्षीय वृद्धा, महेंद्रू के 83 वर्षीय वृद्ध के अलावा गया के वजीरगंज के 72 और सिविल लाइन के 57, सिवान के 85, पूर्वी चंपारण के 69 और औरंगाबाद के 66 वर्षीय संक्रमित की मौत।

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एनएमसीएच में घटी संख्या

- 07 संक्रमित भर्ती हैं कोविड वार्ड में।

- दो डिस्चार्ज, कोई नया संक्रमित भर्ती नहीं।

- 312 की हुई जांच, 2 पॉजिटिव

- गुरु गोविद सिंह में 170 की जांच, कोई पॉजिटिव नहीं।

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आरटी-पीसीआर की संख्या बढ़ाने

को फिर पूल सिस्टम से होगी जांच

पटना : कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए अधिक से अधिक आरटी-पीसीआर जांच कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने दोबारा पूल सिस्टम शुरू करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पूल सिस्टम में एक साथ तीन के बजाय पांच नमूनों को मिलाकर जांच की जाएगी। इस विधि से जांच करने पर सिर्फ पीएमसीएच में 1200 से लेकर 1500 नमूनों की जांच हर दिन की जा सकेगी।

कैसे होती है पूल सिस्टम में जांच :

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट काफी कम है। ऐसे में पांच आशंकितों के नमूने का कुछ अंश मिलाकर एक नमूना तैयार किया जाता है। जांच में यदि उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो पांचों नमूनों की दोबारा अलग-अलग जांच की जाती है। कौन संक्रमित है उसकी जानकारी एकत्र की जाती है। वहीं, निगेटिव रिपोर्ट आने पर अलग-अलग जांच नहीं की जाती है। - एम्स में पटना के मुरलीचक, आशियाना और महेंद्रू के एक-एक संक्रमित की मौत, पांच दूसरे जिलों के थे निवासी

- जिले में अब तक 42 हजार 171 लोग हो चुके हैं संक्रमित, 39 हजार 915 हो चुके स्वस्थ, 1930 उपचाराधीन

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